अजवाइन के पत्तों को अजमोदा और अंग्रेजी में सेलेरी कहा जाता है। इन हरे पत्तों की गुणवत्ता जानकर पूरी दुनिया में लोग इनके दीवाने हो रहे हैं। सलाद से लेकर सब्जी और जूस तक में अजमोदा के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। अजमोदा को ठंडी और ज़्यादा नमी वाली जगह पर उगाया जाता है। पंजाब में इसकी काफी खेती की जाती है। अजमोदा को पत्तों, बीज और मसालों के लिए उपयोग में लाया जाता है। ये पत्ता विटामिन और मिनरल्स से भरपूर है। जानिए आखिर क्यों सेलेरी को सुपरफूड माना गया है और इसके फायदे क्या हैं?
अजवाइन में हैं इतनी सारी चीजें
सेलेरी के पत्तों में विटामिन बी6, विटामिन बी3, विटामिन बी2, विटामिन सी, विटामिन बी1, विटामिन ए और विटामिन के4 पाया जाता है। वहीं सेलेरी कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम और जिंक से भरपूर सब्जी है। इसे खाने से तेजी से वजन कम होता है।
अजवाइन के पत्तों के फायदे
अजवाइन के पत्ते एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं। जो एंटीस्पेज्मोडिक के रूप में कार्य करते हैं। वहीं इनमें एंटीफंगल गुण भी पाए जाके हैं। इसमें एंटीप्लेटलेट और ब्लड को जमने से रोकने वाला तत्व एपिजेनिन होता है। अजमोदा के पत्तों का सेवन करने से सूजन, दर्द, लालिमा कम होती है। इससे तैयार होने वाले एसेंशियल ऑयल में एंटीबैक्टीरियल तत्व होते हैं।
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कई रिसर्च में ये पता चला है कि अजमोदा के पत्तों का सेवन करने से दिल की बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है। इसका सेवन करने से वजन कम होता है, जिससे ब्लड शुगर को भी आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। अर्थराइटिस के मरीज के लिए ये पत्ता फायदेमंद साबित हो सकता है। इसमें मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटैशियम, आयरन, कैल्शियम जैसे तत्व होते हैं, जो गाउट और अर्थराइटिस की समस्या को कम करते हैं। इससे सूजन भी कम हो जाती है। आंतों के लिए भी सेलेरी के पत्ते फायदेमंद होते हैं।
सेलेरी के पत्तों का इस्तेमाल
धनिया जैसे दिखने वाले इन पत्तों को आप सलाद के रूप में खा सकते हैं। आप इन पत्तों का जूस निकालकर पी सकते हैं। कुछ लोग इन्हें सब्जी के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं। वहीं कुछ लोग सब्जी को गार्निश करने के लिए भी सेलेरी का उपायग करते हैं। इसकी खुशबू लोगों को काफी पसंद आती है।