महिलाओं का शरीर पुरुषों की तुलना में बहुत अलग होता है और इसलिए महिलाओं की परेशानियां भी काफी अलग होती हैं। जैसे कि यूटरस की समस्याएं। दरअसल बच्चेदानी में होने वाला दर्द असल में शरीर में होने वाली कई दिक्कतों का संकेत देता है। इसके अलावा बच्चेदानी में दर्द होना कई दूसरी गंभीर समस्यायें भी हो सकती हैं। तो सबसे पहले ये जान लीजिए कि वे कौन-से लक्षण हैं जिनकी पहचान कर सचेत हो जाना चाहिए।
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अगर ये लक्षण दिखें तो रहें सतर्क
- बच्चेदानी में दर्द
- बच्चेदानी में सूजन महसूस हो
- पेट के निचने हिस्से में दर्द
- मचली और उल्टी और पेशाब में दर्द
- ज्यादा ब्लीडिंग होना
क्या कारण हो सकता है
यूटीआई इंफेक्शन
यूटीआई इंफेक्शन जब लंबे समय तक लाइलाज हो जाता है और बच्चेदानी तक पहुंच जाता है तो ये बच्चेदानी में दर्द का कारण बन सकता है। ये एक गंभीर स्थिति है जिससे बच्चेदानी में दर्द हो सकता है। इसमें लक्षण महसूस होते ही डॉक्टर को दिखाएं और बच्चेदानी में होने वाले दर्द के लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं जैसे कि पेट में ब्लोटिंग, गैस और दर्द जैसी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं भी बच्चेदानी में दर्द का कारण हो सकता है। इसके अलावा अल्सर की समस्या भी आपकी बच्चेदानी को प्रभावित कर सकती है और ये दर्द का कारण बन सकता है।
एंडोमेट्रियोसिस
एंडोमेट्रियल पॉलीप्स और एंडोमेट्रियोसिस में भी लोगों की बच्चेदानी में दर्द होता है। ये दर्द गंभीर हो सकता है और बढ़ता जाता है। दरअसल, इस बीमारी में गर्भाशय (एंडोमेट्रियम) की परत से निकलने वाली ग्रंथियां, स्ट्रोमा और रक्त वाहिकाएं बढ़ जाती हैं जो गर्भाशय गुहा को घेर लेती हैं। इससे सूजन और दर्द दोनों महसूस होता है इसलिए इन स्थितियों को बिलकुल भी नजरअंदाज न करें।