इन दिनों देश के कई हिस्सों में हीटवेव की स्थिति है। मौसम विभाग ने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के लिए हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया है। लगातार बढ़ते हुए तापमान और हीटवेव से शरीर के सभी अंगों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। ज्यादा गर्मी और लू के संपर्क में आने से आंखों को काफी नुकसान पहुंच सकता है। इसके कारण आंखों से जुड़ी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। हीटवेव के कारण आई स्ट्रोक (Eye Stroke) के मामले तेजी से बढ़े हैं। आइए, जानते हैं आई स्ट्रोक क्या होता है और इससे आप कैसे बचाव कर सकते हैं?
क्या है आई स्ट्रोक?
आई स्ट्रोक को आर्टरी ऑक्लूजन के रूप में भी जाना जाता है। यह तब होता है जब रेटिना पर खून के थक्के जम जाते हैं, जिससे आंखों में ऑक्सीजन का प्रवाह रुक जाता है। इसमें रेटिना तक ब्लड ले जाने वाली आर्टरी में ब्लड की सप्लाई कम हो जाती है,, जिसके कारण रेटिना की नसें और आर्टरीज सही तरह से काम नहीं करती हैं। अगर इसका समय पर उपचार न किया जाए, तो इसके कारण अचानक विजन लॉस या अन्य गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
हीटवेव आई स्ट्रोक के रिस्क को बढ़ाती है क्योंकि इससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। डिहाइड्रेशन के कारण ब्लड विस्कोसिटी बढ़ सकती है, जिससे ब्लॉकेज होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और ब्लड वेसल्स को प्रभावित करने वाली अन्य स्थितियों आई स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाती हैं।
Also Read – झाड़-फूंक के चक्कर में बढ़ रही ये खतरनाक बीमारी, तुरंत करें बचाव
आई स्ट्रोक के लक्षण
- एक तरफ या पूरी आंख से धुंधला दिखाई देना
- धीरे-धीरे या अचानक से विजन लॉस होना
- आंखों के सामने अंधेरा छाना
- आंखों के सामने परछाई या काले धब्बे दिखना
- आंखों में सूजन
- आंखों में सूखापन
- रेटिना पर रक्त का थक्का जमना
आई स्ट्रोक से कैसे रहें सुरक्षित
- आंखों की सुरक्षा के लिए हाइड्रेटेड रहें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आंखों में नमी बनी रहती है, जिससे आंखों से जुड़ी समस्याओं का खतरा कम हो सकता है।
- हेल्दी और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लें।
- नियमित रूप से रोजाना आंखों से जुड़े व्यायाम करें।
- घर से बाहर निकलते वक्त यूवी ब्लॉक सनग्लासेस लगाएं।
- सीधी धूप में रहने से बचें। सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच धूप में बाहर न निकलें।
- आंखों की स्वच्छता बनाए रखें।
- आंखों की थकान और जलन दूर करने के लिए बर्फ के टुकड़े को कपड़े में लपेटकर आंखों की सिकाई करें।
- नियमित रूप से आंखों का चेकअप कराएं।