Mouth Breathing: क्या आपको भी है मुंह से सांस लेने की आदत? आज ही कर लें तौबा वरना…


Mouth Breathing Side Effects: सामान्य तौर पर सांस लेने के लिए शरीर नाक का उपयोग करता है जब नाक से हवा गुजरती है तो उसमें मौजूद कण और बैक्टीरिया फेफड़ों तक नहीं पहुंचते हैं नाक हवा को फिल्टर करने का काम करती है. इसके अलावा नाक से गुजरने पर हवा गर्म और नम हो जाती है. दरअसल नाक में छोटे छोटे सिलिया और म्यूकस धूल, प्रदूषण, बैक्टीरिया जैसी हानिकारक चीजों को रोकते हैं.
इसलिए नाक से होकर जाने वाली हवा फेफड़ों के लिए ज्यादा अच्छी होती है. ऐसे में यदि किसी कारण नाक बंद हो जाए तो शरीर मुंह में सांस लेने लगता है, लेकिन लगातार मुंह से सांस लेने से ये आदत बन जाती है जो नुकसान पहुंचा सकती है. चलिए समझते हैं लोग नाक के बजाय मुंह से सांस क्यों लेते हैं और इसके क्या नुकसान हैं.
-नाक बंद होना (Mouth Breathing Side Effects): कई बार मौसम में बदलाव या सर्दी जुकाम के कारण नाक बंद हो जाती है जिससे नाक से सांस लेना आसान नहीं होता है और मजबूरन मुंह से सांस लेना पड़ता है.
-बढ़े हुए टॉन्सिल्स (Mouth Breathing Side Effects): बच्चों में अक्सर एडेनोइड्स या टॉन्सिल्स बड़े हो जाते हैं, इससे नाक का रास्ता बंद हो जाता है और बच्चे मुंह से सांस लेना शुरू कर देते हैं.
-नाक के अंदर की बनावट में गड़बड़ी (Mouth Breathing Side Effects): कुछ लोगों की नाक का सेप ही ऐसा होता है कि हवा का रास्ता रुक सकता है. अगर किसी का सेप्टम टेढ़ा है या नाक में पॉलीप्स है तो भी नाक से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. इस कारण भी लोग नाक के बाजाय मुंह से सांस लेना शुरू कर देते हैं.
-आदत या व्यवहार (Mouth Breathing Side Effects): ज्यादातर बच्चों को बचपन में अंगूठा चूसने की आदत होती है. इसके अलावा बार बार मुंह
-स्लीप एपनिया (Mouth Breathing Side Effects): इसमें नींद में लोगों की सांस रुक रुक कर चलती है जिससे लोग सोते समय मुंह से सांस लेने लगते हैं और मुंह खोलकर सो जाते हैं.

चलिए जानते हैं इसका सेहत पर क्या असर पढ़ता है | Mouth Breathing Side Effects
-सांसों में बदबू और मुंह का सूखापन (Mouth Breathing Side Effects): जब कोई शख्स मुंह से सांस लेता है तो मुंह के अंदर की लार सूख जाती है. मुंह सूखने पर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं जिससे सांसों में बदबू आनी शुरू हो जाती है.
-दांत और मसूड़ों की बीमारियां (Mouth Breathing Side Effects): मुंह के अंदर मौजूद लाल दांतों को मजबूत बनाए रखने में हेल्प करती है. मुंह सूखने पर दांतों में कैविटी और मसूड़ों की सूजन की समस्या हो सकती है.
-एपनिया (Mouth Breathing Side Effects): मुंह खोलकर सोने से या मुंह से सांस लेने से नींद की क्वालिटी घट जाती है. इससे स्लीप एपनिया जैसी बीमारी हो सकती है.
-ब्रेन फॉग और थकान (Mouth Breathing Side Effects): लगातार मुंह से सांस लेने से बॉडी में ऑक्सीजन की मात्रा कम जाती है. इससे ब्रेन ठीक से वर्क नहीं करता है. इससे दिनभर सुस्ती ब्रेन फॉग का शिकार हो सकता है.





