वियतनाम में एक 21 वर्षीय छात्र की बर्ड फ्लू से मौत हो गई। इस बात की अधिकारिक पुष्टि विजतनाम के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा की गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि न्हा ट्रांग विश्वविद्यालय के छात्र की 23 मार्च को वायरस के H5N1 सब-वेरिएंट की वजह से मौत हो गई है।
आपको बता दें, ये वायरस न सिर्फ पक्षियों और जानवरों को प्रभावित करता है, बल्कि इसकी वजह से मनुष्य भी प्रभावित होते हैं। यह वायरस इन्फेक्शन मुख्य रूप से मुर्गियों के लिए घातक माना जाता है, लेकिन मनुष्यों में भी इस इन्फेक्शन के फैलने का खतरा रहता है।
बर्ड फ्लू क्यों होता है?
एक्सपर्ट बताते हैं कि बर्ड फ्लू संक्रमित पक्षियों के नाक, मुंह और मल से निकलने वाले स्राव के संपर्क में आने से इंसानों में फैलता है। मुख्य रूप से घरेलू मुर्गी पालन करने वाली जगहों पर रहने वाले व्यक्तियों को बर्ड फ्लू का खतरा काफी ज्यादा रहता है। वहीं, अगर आप अधपके मांस का सेवन करते हैं, तो बर्ड फ्लू होने का खतरा हो सकता है। हालांकि, इस तरह के मामले काफी कम देखने को मिले हैं।
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बर्ड फ्लू के लक्षण?
- डायरिया की परेशानी होना
- काफी ज्यादा खांसी होना
- सांस लेने में तकलीफ होना
- काफी तेज बुखार आना
- सिरदर्द होना
- मांसपेशियों में दर्द और जकड़न होना
- नाक बहना
- गले में सूजन होना, इत्यादि।
बर्ड फ्लू से कैसे करें बचाव?
- खाना खाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ कर लें।
- मुर्गी पालन वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोग समय-समय पर अपने हाथ धोते रहें।
- ऐसे स्थानों में जाने से पहले मास्क अच्छी तरह से पहनकर रखें।
- सांस लेने में या फिर बर्ड फ्लू से जुड़े लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह लें।