सिंगापुर में कोरोना की नई लहर से दुनिया भर में हड़कंप मच गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिंगापुर में एक सप्ताह के भीतर ही लगभग 25900 मामले रिपोर्ट गए किए गए हैं। जिसके बाद सिंगापुर स्वास्थ्य विभाग में लोगों को एक बार फिर से मास्क पहने और कोविड नियमों का पालन करने की अपील की है। चिंता की बात यह है कि भारत में भी इस नए वैरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश में KP.1 के 34 और KP.2 के 290 मामले सामने आए हैं।
जून में कोरोना पीक पर पहुंच सकता है
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंगापुर में कोरोना वायरस के दो तिहाई से अधिक मामले नए वैरिएंट्स KP.1 और KP.2 के हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने जून के मध्य तक कोविड के मामलों के पीक पर पहुंचने की आशंका जताई है। विशेषज्ञों के मुताबिक, KP.2 जितनी तेजी से फैल रहा है, ऐसे में संभावना है कि यह JN.1 वैरिएंट से भी ज्यादा फैलेगा। कोरोना के लगभग 50% सैंपल में KP.2 को ही प्रमुख कारक माना जा रहा है।
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भारत के इन राज्यों में रिपोर्ट किये गये मामले
देश के कई राज्यों में कोरोना का नया वेरिएंट तेजी से पैर पसार रहा है। महाराष्ट्र में अब तक KP.2 के 146 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके बाद पश्चिम बंगाल में 36 संक्रमित मरीजों का पता चला है। इसके अलावा, गुजरात, गोवा, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी इस वैरिएंट के मामले सामने आए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश में ज्यादातर संक्रमित मरीजों में हल्के स्तर के ही लक्षण देखे जा रहे हैं। नए वैरिएंट के कारण अस्पताल में भर्ती होने या गंभीर मामले फिलहाल नहीं हैं।
ओमिक्रोन का सब-वैरिएंट है
आपको बता दें कि इस नए कोरोना वेरिएंट का संबंध ओमिक्रोन फैमिली से है। ओमिक्रोन कोरोना वायरस का वह स्ट्रेन है, जिसने दुनियाभर में सबसे अधिक तबाही मचाई थी। लेकिन इसमें कुछ ऐसे म्यूटेशन देखे गए हैं, जो इसे अधिक संक्रामक बनाते हैं। कोरोना वायरस की बूस्टर डोज तक लगवा चुके लोग भी इससे संक्रमित हो सकते हैं।