बदलती लाइफस्टाइल और खान-पान के कारण अब लोगों को डाइबिटीज़ जैसी खतरनाक बीमारियां बड़ी आसानी से होने लगी हैं। जो कि कुछ मामलों में काफी जानलेवा भी साबित हुई है। डॉक्टर्स द्वारा ब्लड शुगर लेवल में बढ़ोतरी को कंट्रोल करने के लिए स्पेशल डाइट फॉलो करने की सलहा देते हैं। डाइबिटीज़ एक ऐसी बीमारी है जो आँख, शरीर और किडनी की क्षमता को ख़राब कर देती है। इससे शरीर अंदर ही अंदर खोखला होता जाता है।यह हमारा सर्कुलेटरी सिस्टम भी ख़राब कर देती है।
नीम की पत्ती :-
नीम की पत्तियों में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। एक जागरण मीडिया के एक अध्ययन में पाया गया कि नीम की पत्तियों का अर्क डाइबिटीज़ के रोगियों में ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। नीम की पत्तियों में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इंसुलिन का काम करते हैं। नीम की पत्तियों का उपयोग डाइबिटीज़ के इलाज के लिए कई तरीकों से किया जा सकता है। इनका उपयोग काढ़ा, रस, चूर्ण या टैबलेट के रूप में किया जा सकता है। नीम की पत्तियों का उपयोग करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
मेथी की पत्ती –
मेथी की पत्तियों में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि मेथी की पत्तियों का अर्क डाइबिटीज़ रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। मेथी की पत्तियों में मौजूद फाइबर कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा करने में मदद करता है, जिससे ब्लड शुगर के स्तर में वृद्धि कम होती है।यह वजन घटाने में मदद करती हैं।