एक स्टडी के अनुसार, लंबे समय तक कोविड सं पीड़ित रहने वाले मरीजों को सीने में दर्द और असामान्य हृदय गति जैसी हृदय संबंधी जटिलताओं का अनुभव होने की अधिक संभावना है। यदि किसी व्यक्ति में गंभीर कोविड के लक्षण रहे हैं तो उसे यह समस्याएं हो सकती हैं।
कोविड के बाद लोगों में हार्ट संबंधित परेशानियां देखने को मिल रही हैं। इस बीच एक और अध्ययन सामने आया है। वाशिंगटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के मुताबिक, कोविड-19 की दीर्घकालिक हृदय संबंधी जटिलताओं के अध्ययन से यह बात सामने आई हैं। टीम ने 57 हृदय संबंधी जटिलताओं पर 150 अध्ययनों की समीक्षा की, जो कोविड-19 संक्रमण के बाद कम से कम 1 महीने तक बनी रहीं। उन्होंने 17 जटिलताओं पर 137 अध्ययनों का मेटा-विश्लेषण भी किया।
कई वर्षों तक रह सकती है स्थिति
रिसर्चर्स के मुताबिक, हृदय संबंधी कठिनाइयां कई महीनों और वर्षों तक भी रह सकती हैं। हालांकि अभी और अध्ययन किया जाना बाकी है।
इन समस्याओं का बढ़ा खतरा
बीएमसी मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित उनके नतीजे बताते हैं कि सबसे व्यापक रूप से जांच की गई हृदय संबंधी जटिलताएं सीने में दर्द (9.8 प्रतिशत) और दिल की धड़कन में असामान्यता (8.2 प्रतिशत) थीं।
वहीं अन्य जटिलताओं में स्ट्रोक (0.5 प्रतिशत), हृदय असामान्यताएं (10.5 प्रतिशत), थ्रोम्बोएम्बोलिज्म (1.4 प्रतिशत), उच्च रक्तचाप (4.9 प्रतिशत), हृदय विफलता (1.2 प्रतिशत), मायोकार्डियल चोट (1.3 प्रतिशत) शामिल थीं। ), मायोकार्डिटिस (0.6 प्रतिशत), असामान्य वेंट्रिकुलर फ़ंक्शन (6.7 प्रतिशत), एडिमा (2.1 प्रतिशत), कोरोनरी रोग (0.4 प्रतिशत), इस्केमिक हृदय रोग (1.4 प्रतिशत), वाल्व असामान्यताएं (2.9 प्रतिशत), पेरिकार्डियल इफ्यूजन (0.8 प्रतिशत), अलिंद फिब्रिलेशन (2.6 प्रतिशत), और बिगड़ा हुआ डायस्टोलिक फ़ंक्शन (4.9 प्रतिशत)।