अगर आप भी सफेद ब्रेड खाने के शौकीन हैं तो इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। नए शोध से पता चला है कि अधिक मात्रा में सफेद ब्रेड और शराब का सेवन करने से कोलोरेक्टल कैंसर होने का जोखिम अधिक होता है। वहीं अधिक फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और मैंगनीज के सेवन से खतरा कम है।
118,000 से अधिक रोगियों के डेटा की स्टडी
जर्नल न्यूट्रिएंट्स में प्रकाशित, एक अध्ययन में 139 खाद्य पदार्थों और पोषक तत्वों के सेवन से संबंधित कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे की जांच की गई, जिसमें 118,000 से अधिक रोगियों के डेटा की स्टडी की गई। चीन में झेजियांग यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने यू.के. बायोबैंक के डेटा का इस्तेमाल किया। उन्होंने लगभग 13 वर्षों तक प्रतिभागियों पर नजर रखी और फॉलोअप में कोलोरेक्टल कैंसर के 1,466 मामले पाए।
इन लोगों को ज्यादा खतरा
रिसर्च से यह बात सामने आई है कि जिन प्रतिभागियों में कोलोरेक्टल कैंसर विकसित हुआ हैं, उनमें कुछ खास विशेषताएं होने की संभावना अधिक थी। जिसमें उम्र का अधिक होना, बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) अधिक होना और फिजिकल एक्टिविटी का स्तर कम होना शामिल हैं। इससे पहले के अध्ययनों में सामने आया था कि शराब और सफेद ब्रेड के अधिक सेवन से स्वास्थ्य का खतरा बढ़ सकता है।
शर्करा से भरपूर आहार भी बढ़ा सकते हैं कैंसर
न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, अत्यधिक एल्कोहल के साथ-साथ शर्करा से भरपूर आहार कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जिसमें कैंसर का खतरा आनुवंशिक रूप से है। दूसरी ओर सफेद ब्रेड की गुणवत्ता पर यह निर्भर करता है, वह सेहत के लिए कितनी फायदेमंद रहेगी या नहीं।