शादी के बाद अक्सर नवविवाहिताओं को यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन हो जाता है। उनमें से सबसे कॉमन है हनीमून सिस्टिटिस। शादी के बाद बार-बार संभोग के कारण होने वाले इस संक्रमण को हनीमून सिस्टिटिस नाम दिया गया है। सिस्टिटिस के हल्के मामले अक्सर कई दिनों में अपने आप ठीक हो जाते हैं। लेकिन कुछ महिलाओं को सिस्टिटिस बार-बार हो सकता है और इसके लिए लंबे उपचार की आवश्यकता होती है।
हनीमून सिस्टिटिस यूटीआई महिलाओं में सबसे आम जीवाणु संक्रमण में से एक हैं, जो सभी संक्रमणों का लगभग 25 प्रतिशत है। लगभग 50 से 60 प्रतिशत महिलाओं को अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार इस संक्रमण की संभावना रहती है। यह यूटीआई एस्चेरिचिया कोली नामक बैक्टीरिया के कारण होता है।
यह कब दूर होता है?
पहली बार हनीमून सिस्टिटिस में अक्सर एंटीबायोटिक चिकित्सा शुरू करने के 1 या 2 दिनों के भीतर लक्षणों में महत्वपूर्ण सुधार दिखाई देता है। संक्रमण की गंभीरता के आधार पर 3 दिन से लेकर 1 सप्ताह तक एंटीबायोटिक लेना आवश्यक हो सकता है।
क्या पुरुषों को भी यह हो सकता है?
सिस्टिटिस महिलाओं में सबसे आम संक्रमणों में से एक है 1 । लगभग 3 में से 1 महिला को 24 वर्ष की आयु तक और 2 में से 1 को 32 वर्ष की आयु तक सिस्टिटिस हो जाएगा। इसके विपरीत, पुरुषों में संक्रमण विकसित होने की बहुत कम संभावना है – 65 वर्ष से कम आयु के प्रति 10,000 पुरुषों पर 10 से भी कम मामले हर साल रिपोर्ट किए जाते हैं ।
क्या हैं इसके लक्षण?
- चिकित्सकों के मुताबिक ये संक्रमण कभी—कभी दर्दनाक भी हो जाता है। इसके लक्षणों में यूरीन की तीव्र और लगातार इच्छा होना, यूरीन करते समय जलन महसूस होना
- बार-बार थोड़ी मात्रा में यूरीन आना, यूरीन में ब्लड, तेज गंध, फीवर और पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द शामिल है।
क्या एंटीबायोटिक्स से मिलती है राहत?
हनीमून सिस्टिटिस के लिए एंटीबायोटिक्स सबसे पहला इलाज है। समय पर टेस्ट और बैक्टिरिया के प्रकार का पता चलने के बाद एक या दो दिन में दवाओं से ये संक्रमण सही हो जाता है। इसमें एंटीबायोटिक्स की पूरी डोज लेनी होती हैं, ताकि इंफेक्शन बार—बार न हो जाए।
किन बातों को रखें ध्यान?
- साबुन या टैल्कम पाउडर का उपयोग करने से बचें।
- कभी भी यूरीन को रोककर न रखें
- बहुत सारे तरल पदार्थ पीकर हाइड्रेटेड रहें।
- संभोग के बाद जितनी जल्दी हो सके यूरीन करें।
- सूती कपड़े से बने अंडरगार्मेंट्स पहनें