सर्दियों में मौसम के बदलाव के चलते लोगों को सर्दी जुकाम के अलावा कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ठीक इसी तरह मौसम में बदलाव हृदय संबंधी समस्याओं की बड़ी वजह बन सकता है। डॉक्टर्स के मुताबिक, तापमान में आई गिरावट की वजह से शरीर की रक्त वाहिकाओं में प्रतिक्रिया होती है। जिसके चलते ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव होता है और ब्लड सर्कुलेशन में कमी आने लगती है। ब्लड सर्कुलेशन में हुए बदलाव का असर हृदय पर पड़ता है। जिसकी वजह से लोगों को हार्ट अटैक व हार्ट स्ट्रोक आदि समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है। हार्ट अटैक होने पर शरीर की ऑक्सीजन का लेवल कम हो जाता है, और इससे मृत्यु होने की संभावना बढ़ जाती है।
अपोलो अस्पताल के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर निरंजन बताते हैं कि सर्दियों में हार्ट अटैक की समस्या क्यों बढ़ जाती हैं?
क्या सर्दियों में हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है?
सर्दियों के मौसम में हार्ट अटैक के जोखिम पर हुई स्टडीज से पता चला कि जिन लोगों को हार्ट संबंधी समस्या होती है, उनको इस मौसम में हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है। सर्दियों के मौसम में व्यक्ति के शरीर को गर्म रखने के लिए हार्ट को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इसी वजह से हार्ट पर दबाव पड़ने लगता है। आगे जानते हैं कि सर्दियों में हार्ट अटैक की संभावना क्यों बढ़ जाती है।
- हार्ट बीट हाई होना
- ब्लड प्रेशर में बढ़ोतरी
- शरीर में ऑक्सीजन की कमी
- रक्त गाढ़ा होने पर ब्लड क्लॉट होने की संभावना बढ़ जाती है।
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सर्दियों के मौसम में हार्ट रोगियों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस दरौन हार्ट पेशेंट को हाई बीपी, नसों का कोठर होने के लक्षण महसूस हो सकते हैं। यह सभी कारक हार्ट पर दबाव उत्पन्न करते हैं। जिससे हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, रेस्पिरेटरी इंंफेक्शन होने पर व्यक्ति की स्थिति गंभीर हो सकती है। सर्दियों में रेस्पिरेटरी संबंधी इंफेक्शन आसानी से फैल सकते हैं, जिसकी वजह से भी यह हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।
असग-अलग हो सकते हैं लक्षण
हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचानना बेहत आवश्यक होता है। अगर, इसके लक्षणों की पहचान समय पर की जाए तो हार्ट अटैक के मामले को काफी हद तक कम किया जा सकता है। हार्ट अटैक के लक्षणों की गंभीरता हर व्यक्तियों में अलग-अलग हो सकती है। हार्ट अटैक से पहले कुछ लोगों को तेज दर्द महसूस होता है, जबकि कुछ को इस दौरान बेहद कम दर्द हो सकता है।
हार्ट अटैक के लक्षण महसूस होने पर व्यक्ति को तुरंत चिकित्सीय सहायता की आवश्यकता होती है। हार्ट अटैक आने पर व्यक्ति को सीपीआर देने से जान के जोखिम को कम किया जा सकता है।
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सर्दियों में हार्ट अटैक से ऐसे करें बचाव
सर्दियों के मौसम में किसी व्यक्ति में हार्ट अटैक की संभावना को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं। हृदय पर कम तापमान के प्रभाव को कम करने के लिए व्यक्ति आगे बताए उपायों को अपना सकते हैं।
- सर्दियों में ज्यादा शारीरिक गतिविधियों से बचना चाहिए।
- सर्दियों में शराब व अन्य मादक पदार्थ का सेवन न करें।
- इस दौरान आप सूप और काढ़ा आदि का सेवन कर सकते हैं।
- यदि लंबे समय तक बाहर रहना है तो वार्मअप के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में घर के अंदर जाए।
- घर में ही हल्के व्यायाम या योग कर सकते हैं। इससे ब्लड प्रेशर को ठीक किया जा सकता है
- शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए गर्म कपड़े पहनें और सिर को भी कवर करना न भूलें।