कभी-कभार बहुत देर तक बैठे रहने से पैरों में झुनझुनी होना या क्रैम्प्स आना एक कॉमन-सी बात है। लेकिन, कई बार ऐसा होता है कि दिन में कई बार या कई-कई दिनों तक लोगों को पैरों में, हाथों में, सिर में अचानक से चींटियां काटने जैसा महसूस होता रहता है।
कई बार पैरों-हाथों की नसों पर चींटियां चलती हुई और बार-बार डंक मारने जैसा दर्द होता है। यह शरीर में छुपी हुई बीमारियों का एक गम्भीर लक्षण हो सकता है। इन हेल्थ प्रॉब्लम्स में चींटियां काटने का अनुभव होता है। कारण समझने के बाद जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें और अपना इलाज स्टार्ट कराएं।
ये बीमारियां हो सकती हैं कारण
डायबिटीज की बीमारी
मधुमेह के मरीजों के शरीर में ब्लड शुगर लेवल हाई होने पर उन्हें हाथों-पैरों में दर्द होने, हाथ-पैर सुन्न होने जैसी समस्याएं होती हैं। इसी तरह डायबिटीज में पैरों-हाथों में झनझनाहट की समस्या भी बहुत होती है। झुनझुनी की समस्या के चलते आपको प्यास भी बहुत लग सकती है और इससे बार-बार यूरीन पास करने के लिए भी उठना पड़ सकता है। दरअसल शुगर लेवल बढ़ जाने के बाद नसों को नुकसान होने लगता है जिससे हाथ-पैर सुन्न पड़ने लगते हैं और इससे हाथों-पैरों में झुनझुनी, दर्द और अकड़न जैसी परेशानियां होने लगती हैं।
दवाओं का साइड इफेक्ट
कैंसर मरीजों के इलाज के दौरान कीमोथेरेपी कराने और हाई ब्लड प्रेशर, बुखार, एड्स और इंफेक्शन्स से राहत के लिए मरीजों को दी जानेवाली दवाओं से मरीज को झुनझुनी महसूस हो सकती है।
कुछ विटामिन की कमी
कुछ स्टडीज में कहा जगया है कि विटामिन बी12 की कमीसे पैरों में क्रैम्प्स हो सकते हैं। इसी तरह विटामिन ई की कमी हो जाने के बाद झुनझुनी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
थायरॉइड की बीमारी
हाथों-पैरों में झुनझुनी होने का एक कारण थायरॉयड हार्मोन्स का असंतुलन भी है। जब थायरॉइड हार्मोन्स कम होने लगते हैं तो इससे हाथ-पैर सुन्न होने के अलावा दर्द और जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
ट्यूमर
शरीर के किसी हिस्से में ट्यूमर हो जाने के बाद हाथों-पैरों में झुनझुनाहट महसूस हो सकती है। ट्यूमर को कैंसर की शुरूआत माना बताया जाता है और ट्यूमर होने के बाद ना केवल इम्यून पॉवर कमजोरहोती है बल्कि इससे नसों को भी नुकसान पहुंचता है। अगर आपको शरीर में कहीं गांठ बनती दिखायी दे या झुनझुनी की समस्या महसूस हो तो अपने डॉक्टर से जांच कराएं।