डायबिटीज तेजी से बढ़ती हुई बीमारी है, यह उम्रदराज लोगों से लेकर वयस्कों, युवाओं और यहां तक कि टीनएजर्स में भी पैर पसार रही है. खराब खानपान की आदतें और बिगड़ा हुआ रूटीन डायबिटीज होने की एक बड़ी वजह है. पैंक्रियाज में इंसुलिन की कमी से ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बढ़ने से होने वाली इस हेल्थ प्रॉब्लम में सबसे जरूरी है कि खानपान का ध्यान रखा जाए. डायबिटीज से पीड़ित लोगों को अक्सर ब्लड शुगर लेवल हाई और कम होने की समस्या से जूझना पड़ता है. डेली रूटीन में अगर आप खाने से जुड़ी अच्छी आदतों को अपनाते हैं तो काफी हद तक ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखा जा सकता है.
डायबिटिक पेशेंट्स के लिए ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए खाने-पीने का खास ख्याल रखना जरूरी होता है. पर ज्यादातर मरीज इसे लेकर प्रॉपर डाइट चार्ट को फॉलो नहीं कर पाते हैं. ऐसे में इसका सीधा असर उनकी सेहत पर पड़ता है। इससे बचने के लिए डायबिटीज के मरीजों को अपनी रेगुलर डाइट में जिन चीजों को शामिल करना चाहिए आज उसी पर बात करेंगे. यह बताने के लिए आरोग्य इंडिया प्लेटफ़ॉर्म से जुडी हैं डॉ सुनीता सक्सेना जो लखनऊ स्थित केजीएमयू में चीफ डायटीशियन के पद पर अपनी सेवाएं दे रही हैं. उन्हीं से जानते हैं कि आखिर डायबिटीज के मरीजों को कैसा डाईट चार्ट फॉलो करना चाहिए.
डॉ सुनीता के मुताबिक, पहले कहा जाता था कि एक बड़ी अवस्था में यानी प्रौढ़ावस्था में डायबिटीज होती है लेकिन आज उम्र का कोई मायने नहीं है. छोटे-छोटे बच्चों और युवाओं को भी डायबिटीज हो रही है. आराम तलब लाइफस्टाइल, बाहर का खाना-पीना, जंक फूड्स, फास्ट फूड के कारण लोगों को डायबिटीज घेरती जा रही है. आज के समय में डाइट का बहुत महत्वपूर्ण रोल है. अगर हम तीन चीजों को याद रखेंगे तो डायबिटीज को अच्छे से कंट्रोल कर सकेंगे.
एक्सरसाइज – युवा हो, प्रौढ़ हों, वृद्ध हों या बच्चे हों. इनमें एक्सरसाइज की आदत जरूर होनी चाहिए. 20 से 25 मिनट या 30 मिनट रोज एक्सरसाइज करना जरूरी है.
डाइट – अपनी डाइट में मोटे अनाजों को शामिल करें, फाइबर युक्त खाने का इस्तेमाल करें. मोटा अनाज, मिक्स दालें, मौसमी फल, हरी सब्जियां, सत्तू का इस्तेमाल करते हैं तो डायबिटीज तो कंट्रोल कर सकते हैं. अगर इन दोनों चीजों से कंट्रोल नहीं होती है तो तीसरे नंबर पर आती हैं दवाइयां.
दवाइयां – अगर आप घर के खाने को प्रेफरेंस दें, मोटे अनाज को प्रेफरेंस दें तो कापी हद तक डायबिटीज से बचाव कर सकते हैं.
क्या डायबिटिक पेशेंट्स को चीनी, आलू और चावल से बिलकुल दूरी बनानी होगी?
चीनी वाली चीजों को अवाइड करना चाहिए और उन चीजों का भी परहेज करना चाहिए. जिनमें डायबिटीज होती है या मोटापा होता है ऐसे लोगों को हम चीनी, हनी, गुड़, जैम मना करते हैं लेकिन आलू चावल को परहेज करना भ्रांति है. आप चावल या आलू खा सकते हैं बस आपको पॉर्शन साइज पर ध्यान देना है.
डायबिटिक पेशेंट्स को मीठा खाने का ज्यादा मन करता है? ये सच्चाई है या भ्रान्ति, इसे भी जान लीजिए.
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है बल्कि ये एक भ्रांति है. कुछ लोगों की हैबिट होती है कि खाना खाने के बाद मीठा खाना है या उनको मीठे की क्रेविंग की आदत पड़ जाती है. अगर वो बराबर खा रहे हैं कि खाने के बाद उनको एक कटोरी खीर खानी है या लड्डू खाने हैं तो ये क्रेविंग की आदत पड़ जाती है. डायबिटीज में उनको परहेज में बता दिया जाता है कि मीठा नहीं खाना है.
डायबिटीज और जेनेटिक्स में क्या कनेक्शन है?
डायबिटीज के कई कारण होते हैं जैसे मोटापा, सेडेंटरी लाइफस्टाइल और जेनेटिक. लेकिन अगर आप अपनी लाइफस्टाइल मेंटेन रखते हैं तो डायबिटीज के चांसेस कम हो जाते हैं. अगर यह आपके जीन्स में है तो पहले से ही प्रीकॉशन रखें, व्यायाम करें, और लाइफस्टाइल को सही रखें.
डायबिटीज से बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए, इसको भी जान लीजिए.
डायबिटीज से बचने के लिए आपको नियमित रूप से व्यायाम और डाइट पर ध्यान रखना होगा. पोर्शन साइज पर ध्यान रखें, अपनी रोज की दिनचर्या जैसे समय पर सोना और समय पर उठना, समय पर खाना.