गर्मी के मौसम में त्वचा अधिक संवेदनशील हो जाती है। साथ ही वातावरण में बढ़ती धूल, गन्दगी, प्रदूषण और सूरज की हानिकारक किरणों का प्रभाव सहित पसीना और ह्यूमिडिटी त्वचा को अधिक नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में त्वचा बेहद डल और बेजान नज़र आना शुरू हो जाती है। इस मौसम में त्वचा को स्वस्थ बनाये रखने के लिए खास देखभाल की आवश्यकता होती है। मॉर्निंग, आफ्टरनून और नाईट स्किन केयर में सही प्रोडक्ट्स का चयन और इनका सही एप्लीकेशन बहुत जरुरी है, वरना त्वचा संबंधी समस्याएं अधिक गंभीर हो सकती हैं।
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर सु उर्फ़ डॉ सूयोमी ने कुछ एसेंसियल समर स्किन केयर टिप्स बताए हैं, जिन्हें फॉलो कर आप अपनी त्वचा को तमाम हानिकारक फैक्टर्स से प्रोटेक्ट कर सकती हैं। ये स्किन केयर टिप्स गर्मियों में भी एक हेल्दी स्किन टेक्सचर मेंटेन करने में आपकी मदद करेंगे।
समर एसेंशियल स्किन केयर टिप्स
कोल्ड कंप्रेस
गर्मी के कारण होने वाले रैश बेहद आम हैं। अधिक पसीना आना, सूरज के संपर्क में जाना और त्वचा पर धूल गंदगी का चिपकना बॉडी रैशेज का कारण बन सकता है। ऐसे में त्वचा पर लाल रंग के छोटे-छोटे दाने नज़र आते हैं, साथ ही प्रभावित त्वचा पर खुजली और जलन का अनुभव होता है। यदि इन पर ज्यादा खुजली कर दी जाए तो त्वचा छिल सकती है, जिसके कारण रैशेज की स्थिति और ज्यादा बदतर हो जाती है।
इस परेशानी को अवॉयड करने के लिए ठंडी सिकाई यानी कोल्ड कंप्रेस को अपनी स्किन केयर का हिस्सा बनाएं, ये त्वचा को आराम पहुंचाती हैं। घमौरियों से राहत प्रदान करने के साथ ही कोल्ड कंप्रेस आपकी स्किन पोर्स को क्लीन रखता है, साथ ही ब्रेकआउट को कम करने में भी मदद करता है।
कॉटन के कपड़े को ठंडे पानी में डुबोकर त्वचा की सिकाई करें या आप कपड़े में बर्फ लपेटकर भी सिकाई कर सकती हैं। हमेशा याद रखें कि त्वचा पर सीधे बर्फ अप्लाई करने से स्किन जल सकती है और आपकी परेशानी बढ़ सकती है।
सनस्क्रीन अप्लाई करें
सनस्क्रीन आपकी त्वचा की देखभाल का एक अहम हिस्सा है। गर्मी, सर्दी और मॉनसून हर मौसम हमें सनस्क्रीन जरूर अप्लाई करनी चाहिए। बहुत सी महिलाएं केवल बाहर जाते समय अपनी त्वचा पर सनस्क्रीन लगाती हैं, परंतु आपको घर के अंदर भी इसे अप्लाई करना चाहिए। 30 से अधिक spf युक्त ब्रांड स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन अप्लाई करें। बाहर जाने से पहले 50 या इससे अधिक spf लगाने की कोशिश करें। वहीं लंबे समय तक सूरज के संपर्क में रहने पर हर 2 घंटे में सनस्क्रीन अप्लाई करें।
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ओरल एंटीऑक्सीडेंट
एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से त्वचा को प्रोटेक्ट करते हुए स्किन पर ऑक्सीडेटिव डैमेज के प्रभाव को कम कर देती है। वहीं पिगमेंटेशन/असमान स्किन टोन को बेहतर बनाने में मदद करती है। एंटीऑक्सीडेंट को प्राकृतिक खाद्य स्रोत के माध्यम से ले सकती हैं। ब्रोकली, पालक, गाजर और आलू सभी में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है और इसी तरह आर्टिचोक, गोभी, शतावरी, एवोकाडो, चुकंदर, मूली, सलाद, शकरकंद, स्क्वैश, कद्दू, कोलार्ड साग और केले भी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं।
विटामिन सी सीरम
विटामिन सी सीरम एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट सीरम के रूप में काम करता है। आप गर्मियों में अपनी त्वचा को सूरज की किरणों के संपर्क में आने से पूरी तरह से नहीं बचा सकते। विटामिन सी आपकी त्वचा को हानिकारक UV किरणों का शिकार होने से बचा सकता है।
अपने सनस्क्रीन के साथ विटामिन सी से भरपूर उत्पादों का उपयोग करने से सूरज की किरणों से होने वाले नुकसान से सुरक्षा दोगुनी हो सकती है। हालांकि, ध्यान रहे कि विटामिन सी सीरम के ऊपर सनस्क्रीन जरूर अप्लाई करें। सूरज से सुरक्षा प्रदान करने के साथ ही यह त्वचा में एक नई जान डाल सकती है। त्वचा प्राकृतिक रूप से ग्लोइंग नज़र आती है और त्वचा संबंधी समस्याओं का खतरा बहुत हद तक कम हो जाता है।
हयालूरोनिक एसिड
गर्मियों में अपनी त्वचा को कोमल और हाइड्रेटेड रखना ज़रूरी है। ह्यालूरोनिक एसिड गर्मियों में होने वाली आम समस्याओं जैसे सनबर्न, इन्सेक्ट बीटिंग और अन्य जलन के लिए एक सूदिंग रक्षक है। ह्यालूरोनिक एसिड यूवी सुरक्षा प्रदान नहीं करता है, यह त्वचा के प्राकृतिक अवरोध कार्य को बनाए रखने में मदद करके आपके सनस्क्रीन प्रयासों का समर्थन करता है।
ह्यालूरोनिक एसिड सीबम उत्पादन को विनियमित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आप हाइलूरोनिक एसिड के सीरम के अलावा क्रीम, टोनर, मॉइस्चराइज़र आदि का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।