पैदल चलना सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद माना जाता है। पहले के जमाने में मनुष्य रोज खूब पैदल चलता था और खूब स्वस्थ भी रहता था। तब बीमारियां नहीं होती थीं। उनमें भरपूर एनर्जी हुआ करती थी। शारीरिक तौर पर वह केवल पैदल चलने से एकदम फिट रहता था। पैदल चलने से बहुत सी बीमारियां नहीं होती और शरीर पर चर्बी और मोटापा भी नहीं होता।
जब आप पैदल चल रहे होते हैं तो पूरा शरीर इस गतिविधि में शामिल होता है। इसकी वजह से ब्लड सर्कुलेशन तेज हो जाता है और ब्रेन का काम काज बेहतर होता है। इसके अलावा ये शरीर के कई अंगों के लिए फायदेमंद है। जैसे कि ये फेफड़ों के लिए फायदेमंद है तो वहीं, ये पेट के लिए भी अच्छा है। इतना ही नहीं ये किडनी समेत शरीर के कई उन अंगों के लिए बहुत अच्छी एक्सरसाइज है जो कि फिल्ट्रेशन का काम करते हैं। इसके अलावा भी 1 घंटे पैदल चलने के फायदे कई हैं।
पैदल चलने के फायदे
मस्तिष्क महसूस करेगा बदलाव
पैदल चलने का असर आपके दिमाग पर भी दिखेगा। स्टडी के मुताबिक पैदल चलने से एंडोर्फिन (दिमाग और तंत्रिका तंत्र में मौजूद हॉर्मोन) में इजाफा और स्ट्रेस लेवल में गिरावट आती है। इससे दिमाग की सेहत बेहतर होती है। इंसान को अल्जाइमर और डिमेंशिया का खतरा कम रहता है।
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फिट शरीर
रोजाना की वाक शरीर की अतिरिक्त चर्बी को घटाती है। वॉक से शरीर के मसल्स टोन फिट रहते हैं। मांसपेशियां चुस्त रहती हैं। वॉक करना जिम में पसीना बहाने से कहीं ज्यादा आसान है।
ज्वाइंट्स और हड्डियां मजबूत
30-40 मिनट की वॉक से आपकी हड्डियां और ज्वाइंट्स भी मजबूत होते हैं। मजबूत ज्वाइंट्स, चोटों का खतरा कम रहता है। अर्थराइटिस फाउंडेशन के मुताबिक वॉकिंग बहुत फायदेमंद है।
बीपी बैलेंस करने में मददगार
बीपी बैलेंस करने में 1 घंटे पैदल चलना फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि जब आप चलते हैं आपके ब्लड वेसेल्स खुलते हैं जिससे ब्लड प्रेशर बैलेंस करने में मदद मिलती है। इसके अलावा ये धमनियों में जमा कोलेस्ट्रॉल के कणों को भी पिघलने में मदद करते हैं जिससे बीपी बैलेंस करने में मदद मिलती है। ये दिल की सेहत के लिए भी अच्छा है।
फेफड़ों के लिए फायदेमंद
1 घंटे पैदल चलने के फायदे कई हैं। पहले तो ये फेफड़ों के काम काज करने की गतिविधि को तेज करता है और इसे मजबूती प्रदान करता है। इससे होता ये है कि खून में ऑक्सीजन का सप्लाई सही रहता है और फेफड़े कई बीमारियों से बचे रहते हैं।
पेट के लिए फायदेमंद
1 घंटे पैदल चलना पेट के लिए भी फायदेमंद है। इसकी वजह से पाचन क्रिया तेज होता है और आंतों की गति तेज होती है। इससे कब्ज की समस्या नहीं होती है और मोटापा बढ़ने का डर नहीं होता। साथ ही ये गैस, एसिडिटी और अपच की समस्या से भी बचाव में मददगार है। तो, इन तमाम कारणों से आपको रोजाना 1 घंटे वॉक करना चाहिए।
डायबिटीज में फायदेमंद
1 घंटे पैदल चलने से डायबिटीज की बीमारी से बचाव होता है। दरअसल, जब भी आप पैदल चलते हैं इंसुलिन प्रोडक्शन संतुलित हो जाता है और शुगर मेटाबोलिज्म में तेजी आती है। इसकी वजह से डायबिटीज कंट्रोल में रहता है और इसके लक्षणों में सुधार होता है। इस प्रकार से ये डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है।
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कमर के दर्द से राहत
बढ़ती उम्र के साथ ज्यादा एक्सरसाइज़ कई बार कमर के लिए नुकसानदायक हो जाती है। लेकिन वॉक करने से कमर का दर्द और लचक में काफी फायदेमंद साबित रहती है। इससे शरीर को न केवल ताकत और क्षमता मिलती है बल्कि लचीलापन भी बढ़ता है।
कितना पैदल चलना जरूरी है?
रिसर्च के आधार पर कहा जाता है कि चाहे उम्र कितनी भी हो लेकिन पैदल चलना तो आदत में डाल ही लेना चाहिए। ये बहुत फायदेमंद होता है। जैसे 6 साल से 17 साल के बच्चों को तो खूब पैदल चलना चाहिए और खेलना कूदना चाहिए, दौड़ना चाहिए। उन्हें एक दिन में 15000 स्टेप्स जरूर लेना चाहिए। लड़कियां 12,000 कदम चलें तो अच्छा रहेगा।
बढ़ती उम्र के साथ वॉक क्यों जरूरी?
व्यस्क होने के बाद शरीर का मेटाबॉलिज्म बदलता है। एनर्जी कुछ कम होने लगती है। हमें थकान और जीवनशैली की बीमारियां इसी दौर से शिकार बनाने लगती हैं। ऐसे में भी पैदल चलना फायदा देता है। 18-40 वर्ष के पुरुषों को 12,000 कदम चलना चाहिए। वो चाहें तो सुबह शाम पार्क पर वाक करें या पैदल ही आसपास जाने की आदत डाल लें।
महिलाओं के लिए है ज्यादा जरूरी
40-45 साल की महिलाओं को भी आमतौर पर शिकायत होने लगती है कि उनका वजन तेजी से बढ़ रहा है साथ ही शरीर में कई तरह के बदलाव होने लगते हैं. उन्हें भी स्वस्थ रहने और वजन को काबू में रखने के लिए रोजाना 11,000 कदमों का अभ्यास जरूर करना चाहिए. ये ख्याल रखें चलने का मतलब है सुस्ती के साथ चलना नहीं बल्कि जोश और तेजी से पैरों को बढ़ाना।