काम के दौरान कुछ देर स्क्वाटस के लिए समय निकालना काफी मुश्किल होता है। मगर ये आपकी बहुत सी परेशानियों को दूर करने में मददगार होता है। लंबे समय तक काम करने से अगर आप भी थक जाते हैं और काम में मन नहीं लगता, तो ऐसे में कुछ देर स्क्वाटस करें, इससे आपकी समस्या खत्म होगी और काम करने में नम लगेगा।
एक रिसर्च में पाया गया है कि काम के दौरान अगर आप 1 मिनट स्क्वाटस करते हैं तो एकाग्रता और याद रखने की क्षमता बढ़ जाती है।
इस बारे में मनोवैज्ञानिक डॉ युवराज पंत बताते हैं कि जब कोई भी व्यक्ति लंबे समय तक काम करता है, तो वह थकान और एग्जॉशन से परेशान हो जाता है। ऐसे में काम के प्रति उसका फोकस कम होने लगता है। इस समय आपको कुछ देर स्क्वाटस करना चाहिए, जिससे आपका तन और मन तरोताज़ा हो उठता है और आपका मन दोबारा से काम में भी लगने लगता है। दरअसल, लगातार काम करने से वर्क स्ट्रेस बढ़ने लगता है। इससे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कार्टिसोल रिलीज़ होता है। ऐसे में 1 मिनट की ब्रेक लेकर स्क्वाटस करने से शरीर में हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होने लगता हैं। हैप्पी हार्मोन एर्डोफिन रिलीज होने से आप खुद को हेल्दी और एनर्जी से भरपूर महसूस करते हैं।
जानें क्या कहती है रिसर्च
जापान, उत्तरी कैरोलिना और ब्रिटेन के शोधकर्ताओं की रिसर्च के अनुसार 20 युवा वयस्कों के एक समूह का अध्ययन किया गया। इनकी औसत उम्र 21 वर्ष थी। उन्होंने लंबे समय तक बैठने के बाद मेंटल टेस्ट पूरा किया। इसमें एक ग्रुप ऐसा था, जिसमें मौजूद लोग लगातार तीन घंटे तक बिना हिले एक ही स्थान पर बैठे रहें। वही दूसरी ओर ग्रुप के सदस्य लगातार बैठने की जगह बीच में 1 मिनट के लिए उठे और उन्होनें स्क्वाटस किया। इसका निष्कर्ष ये रहा कि जो लोग ब्रेक लेकर स्क्वाट के लिए गए। उनका वर्क एग्ज़ीक्यूशन अन्य लोगों की तुलना में बेहतर नज़र आने लगा।
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हाल ही में हुई एक स्टडी के अनुसार छोटे वक्त के लिए दिनभर में कई बार शारीरिक गतिविधियों को करने से कम उम्र में मौत के जोखिम से बचा जा सकता है। दिनभर में साइकलिंग, स्विमिंग, ब्रिस्क वॉकिंग और डांस ब्रेक के लिए पूरे दिन में कुल 11 मिनट निकालने से अर्ली डेथ का जोखिम कम हो जाता है।
स्क्वाटस करने के दूसरे फायदे भी हैं
चोटिल होने के खतरे से बचाव
बार बार मसल्स पुल होने की समस्या से बचने के लिए दिनभर में कुछ वक्त स्क्वाट के लिए निकालना आवश्यक है। स्क्वाट करने से शरीर की मोबिलिटी, पोस्चर और बैलेंस में सुधार नज़र आने लगता है। अमेरिकन काउंसिल ऑन एक्सरसाइज़ के अनुसार इसे नियमित तौर पर करने से लिगामेंटस और बोन्स को मज़बूती मिलती है। इससे चोट लगने का खतरा कम हो जाता है।
कोर मसल्स बनते हैं मज़बूत
स्क्वाटस करने से कोर मसल्स मजबूत बनने लगती हैं। इससे डे टू डे लाइफ की एक्टीविटीज़ आसान लगने लगती है। आपके शरीर में लचीलापन बने लगता है। इससे शरीर में होने वाली ऐंठन, दर्द और थकान अपने आप कम हो जाती है। अब शरीर को झुकाने, नीचे बैठने, देर तक खड़े होने और चलने में तकलीफ नहीं होती है। साथ ही पीठ संबधी परेशानियों से भी राहत मिल जाती है।
एकाग्रता बढ़ती है
देर तक काम करने से चीजों को भूलना ओवर एग्ज़ॉस्ट होने का संकेत है। ऐसे में कुछ देर वक्त निकालकर स्क्वाटस करने से मेंटल हेल्थ बूस्ट होती है। इससे आपकी प्रोडक्टिविटी भी बढ़ती है और आप खुद को फ्रेश महसूस करने लगते हैं। हर 1 घण्टे के बाद 1 मिनट का स्क्वाटस ब्रेक आपको तनाव से भी दूर रखता है।
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वेटलॉस में सहायक
दिनभर में कुछ देर स्क्वाट करने से वज़न को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा पेट और पीठ की चर्बी को आसानी से कम करने का ये सरल उपाय है। स्क्वाट से शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव आता है और फैट बर्न होने लगते हैं। ज़िद्दी चर्बी को दूर करने के लिए दिनभर में 3 से 4 बार 10 10 मिनट के लिए स्क्वाट अवश्य करें।