क्या है हीट सिंकोप? जिसके Shahrukh Khan और Nitin Gadkari तक हो चुके शिकार

उत्तर भारत में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है. जलवायु परिवर्तन के कारण हर तरफ हीटवेव की लहर है. हीट वेव के कारण कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. साइंटिस्टों के मुताबिक कुछ महीने हीट वेव की लहर रहेगी. इस हीट वेव के कारण हीट सिंकोप के केसेस भी काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. दरअसल, हीट सिंकोप यानी गर्मी के कारण लोगों को आने वाले चक्कर को हीट सिंकोप कहा जाता है. यह अक्सर तब होता है जब आप बहुत देर तक धूप में खड़े होते हैं.
शाहरुख खान और नितिन गडकरी भी हो चुके शिकार
कुछ दिन पहले खबर आई है थी कि नितिन गडकरी एक चुनावी रैली के दौरान बेहोश हो गए थे. वहीं 22 मई को हैदराबाद में शाहरुख भी आईपीएल मैच के दौरान अपनी टीम को चियर करने पहुंचे थे. हीट वेव के कारण इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई है. हीट वेव के दौरान अचानक से चक्कर आने की समस्या होती है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अप्रैल और जून के बीच सामान्य से अधिक हीटवेव होने की भविष्यवाणी की है.
Also Read – Heat Wave से कोई बेहोश हो जाये तो भूलकर भी न करें ये काम, जानिए क्यों?
क्यों होते हैं हीट सिंकोप?
भीषण गर्मी के में बाहर का तापमान बढ़ने के कारण शरीर के अंदर के तापमान का बैलेंस बिगड़ने लगता है. इस स्थिति में स्वेटिंग शुरू होने लगती है. जिसके कारण काफी ज्यादा पसीना निकलने लगता है. यही स्थिति है जिसमें लोग डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाते हैं. बाद में इसी वजह से चक्कर आने लगता है और लोग बेहोश हो जाते हैं.
हीट सिंकोप के लक्षण
अधिक तापमान के कारण घबराहट महसूस होना, सिर में दर्द, प्यास लगना यह सब बेहोशी के संकेत हो सकते हैं. इस मौसम में शराब पीने से बचना चाहिए. क्योंकि इससे आप डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकते हैं. इसके कारण शरीर का टेंपरेचर बढ़ जाता है. ऐसा करने से शरीर में कई तरह की मुश्किलें आती हैं. ज्यादा गर्मी पड़ने के कारण लोग डिहाइड्रेशन का शिकार भी हो सकते हैं. इसके कारण शरीर में पानी की कमी भी हो सकती है.
इंसान का शरीर 42.3 डिग्री सेल्सियस तक टेंपरेचर सहन कर सकता है. इससे ज्यादा गर्मी लोग बर्दाश्त भी नहीं कर सकते हैं. ऐसी स्थिति में बेहोशी और चक्कर की समस्या भी हो सकती है. सिर्फ इतना ही नहीं, ज्यादा गर्मी पड़ने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट का बैलेंस बिगड़ सकता है जिसके कारण बेहोशी हो सकती है.