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चोट लगी है? गर्म पानी से सिकाई करें या बर्फ की, क्या है बेहतर विकल्प, जानिए

Rohit Software
Last updated: 2024/10/07 at 5:27 PM
Rohit Software
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5 Min Read
चोट लगी है? गर्म पानी से सिकाई करें या बर्फ की, क्या है बेहतर विकल्प, जानिए
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बड़े-बुजुर्ग कहते है कि यदि कहीं पर चोट लग जाए तो उसे समय पर ठीक करने के लिए सिकाई करने की जरूरत होती है। अब कई लोग इस दुविधा में रहते हैं कि चोट वाली जगह पर गर्म पानी से सिकाई की जाए या बर्फ की। बर्फ और गर्म पानी दोनों के ही अपने-अपने फायदे होते हैं। इन दोनों को इस्तेमाल करने का अलग-अलग समय और स्थिति होती है। यह इस पर भी निर्भर करता है कि चोट किस प्रकार की है। आइये आपको बताते हैं..

मांसपेशियों में गंभीर खिंचाव है तो बर्फ की सिकाई बढ़ी आप्शन

यदि मांसपेशियों में ज्यादा खिंचाव आ गया हो तो बर्फ की सिकाई करने से यह ठीक हो जाती है। ठंडी होने के कारण रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाते हैं, जिससे रक्त का प्रभाव कम होता है। वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, मुताबिक दर्द को कम करने और सूजन ठीक करने के लिए बर्फ की सिकाई काफी मदद करती है। वहीं चोट जब पुरानी हो जाए तो उसे पर गर्म पानी से सिकाई करना चाहिए। आमतौर पर चोट लगने के 2 दिन बाद ही गर्म पानी से सिकाई करना चाहिए। यदि मांसपेशियों में गंभीर खिंचाव या दर्द हो तो हर एक-दो घंटे की देरी पर 10-15 मिनट के लिए बर्फ लगाना चाहिए। अगले दिन से तीन-चार घंटे पर बर्फ से सिकाई करें। चोट लगने पर आपको बहुत ज्यादा कसरत नहीं करना चाहिए। बहुत ही हल्के व्यायाम फायदेमंद हो सकते हैं।

रक्त प्रवाह बढ़ाने के लिए गर्म पानी से सिकाई

शरीर के किसी अंग पर चोट लगने के बाद सूजन और दर्द हो जाता है। ऐसे में आपको बर्फ की सिकाई करनी चाहिए लेकिन दो दिन यानी 48 घंटे के बाद जब सूजन कम हो जाए तो मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने के लिए गर्म पानी से सिकाई करना चाहिए। इसे हीट थेरेपी भी कहते हैं। सूजन और दर्द के कारण मांसपेशियां जकड़ जाती हैं और कठोर हो जातेी हैं। इसलिए इसे आराम देने के लिए हीट थेरेपी देनी चाहिए।

इन समस्याओं में गर्म पानी की सिकाई से मिलेगा आराम

पुरानी मांसपेशियों के चोट या गठिया जैसे समस्या को गर्म पानी से सिकाई करने पर काफी राहत मिलती है। माहवारी के समय महिलाएं हीटिंग पैड का इस्तेमाल करती हैं या बोतल में गर्म पानी भरकर इस्तेमाल करती हैं। गर्म सिकाई करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और दर्द से राहत मिलती है। कॉटन के कपड़े या तौलिए को गर्म पानी में भिगोकर उसे प्रभावित चोट के हिस्से पर लगाएं। ध्यान रहे कि पानी का तापमान बहुत ज्यादा ना हो। यदि त्वचा पर कोई खुली चोट हो तो बर्फ या गर्म पानी का सीधे उपयोग नहीं करना चाहिए। गर्म पानी से सेंकने के लिए उसका बहुत ज्यादा तापमान न हो वरना और भी जलन हो सकती है।

चोट लगने के तुरंत बाद बर्फ से सिकाई करना प्रभावी

जब आपको गंभीर चोट लगी हो तो उस जगह पर सूजन आ जाती है। ऐसे में चोट लगने के तुरंत बाद ही बर्फ से सिकाई करना सबसे प्रभावी उपचार माना जाता है। इसे थेरेपी भी कहा जाता है। इससे चोट के स्थान पर आने वाली सूजन कम होती है और दर्द में काफी राहत मिलता है क्योंकि यह उस हिस्से पर रक्त प्रवाह को नियंत्रित कर देता है। जब किसी स्थान पर चोट लगती है तो शरीर की प्रतिक्रिया के रूप में उस स्थान पर अधिक रक्त प्रवाह (Blooding) होने लगता है, जिस कारण दर्द और सूजन हो जाती है।

सिकाई करते समय ध्यान रखने योग्य बातें

ज्यादा गर्म पानी से सिकाई नहीं करनी चाहिए। इसके साथ ही अगर बर्फ से सिकाई करते समय त्वचा में बहुत ज्यादा ठंडक महसूस हो या त्वचा सुन्न पड़ने लगे तो सिकाई रोक देनी चाहिए। घर पर सिकाई करने से काफी आराम तो मिलता है लेकिन चोट लग जाने पर डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए उनके परामर्श से ही घर पर सिकाई करें।

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Rohit Software October 7, 2024 October 7, 2024
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