पोषण

जहरीला यूरिया तो नहीं पी रहे आप? ऐसे पता करें दूध असली है या नकली

हर घर में रोजाना दूध का इस्तेमाल किया जाता है। दूध को एक संपूर्ण आहार माना जाता है। दूध में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन और मिनरल्स जैसे कई पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी हैं। बेशक आज दूध की कीमत बढ़ चुकी है लेकिन आपको दूध पीना नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। रोजाना दूध पीने से दांत-हड्डियों को मजबूत बनाने, मसल्स को मजबूत बनाने, वजन घटाने, बीपी कंट्रोल रखने, दिल को स्वस्थ रखने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने आदि में मदद मिलती है।

समस्या यह है कि आजकल प्योर दूध मिलना मुश्किल हो गया है। दूध में मिलावट की जा रही है। दूध में यूरिया जैसी खतरनाक चीजों को मिलाया जा रहा है। जाहिर है नकली दूध पीने से सेहत को गंभीर नुकसान हो सकते हैं। देश में खाने-पीने की चीजों की क्वालिटी की जांच करने वाली संस्था भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने एक तरीका बताया जिससे आप असली-नकली दूध की जांच कर सकते हैं।

यूरिया सेहत के लिए कितना खतरनाक है?

यूरिया मिलावट वाला दूध पीने से सेहत को तुरंत नुकसान हो सकता है, जैसे –

  • मतली और उल्टी: यूरिया पेट की अंदरूनी परत में जलन पैदा कर सकता है, जिससे मितली और उल्टी हो सकती है।
  • दस्त: यूरिया पाचन तंत्र को खराब कर सकता है, जिससे दस्त और डिहाइड्रेशन हो सकता है।

दूध में यूरिया मिलावट से किन लोगों को ज्यादा खतरा?

यूरिया मिलावट वाले दूध के खतरनाक असर कुछ खास लोगों पर ज्यादा पड़ते हैं, जैसे –

  • शिशु और बच्चे: उनका शरीर अभी विकास कर रहा होता है, इसलिए दूध में मौजूद जहरीले पदार्थों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। साथ ही उनकी पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए भी दूध ही मुख्य आहार होता है।
  • बुजुर्ग: उनकी किडनी और लिवर पहले से ही कमजोर हो सकते हैं, जिससे यूरिया से होने वाला नुकसान और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
  • गर्भवती महिलाएं: दूध में मौजूद हानिकारक चीजें गर्भवती महिला के साथ-साथ पेट में पल रहे बच्चे को भी प्रभावित कर सकती हैं।

दूध में यूरिया की पहचान कैसे करें?

  • एक टेस्ट ट्यूब में एक चम्मच दूध डालें
  • इसमें आधा चम्मच सोयाबीन या अरहर दाल का पाउडर डालें
  • टेस्ट ट्यूब को अच्छी तरह हिलाकर मिक्स कर लें
  • 5 मिनट इंतजार करें
  • इसमें एक रेड लिटमस पेपर डालें
  • आधा मिनट इंतजार करें
  • इसके बाद इसमें से रेड लिटमस पेपर निकाल लें
  • अगर दूध शुद्ध है, तो लाल लिटमस पेपर का रंग नहीं बदलेगा
  • अगर रेड लिटमस पेपर का रंग नीला हो गया तो समझ लें कि दूध भी मिलावट है।

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