आज के मशीनी युग में काम करते हुए इंसान भी एक मशीन बनकर रह गया है। हर दिन एक ही काम और एक ही माहौल से कोई भी व्यक्ति ऊब सकता है। एक तरफ ऑफिस का काम और वहीं दूसरी ओर परिवार और समाज की जिम्मेदारियां, ये कुछ ऐसी परिस्थितियों का निर्माण करती हैं, जिससे व्यक्ति अक्सर तनाव ग्रस्त हो जाता है।
यदि आप तनाव की समस्या से परेशान हैं और प्राकृतिक तरीके से तनाव को ठीक करना चाहते हैं तो बेहतरीन जापानी पद्धति को ट्राई करें। यह एक नेचुरोपैथी की विधा है जिसे साधारण भाषा में “वन स्नान” भी कहा जाता है। तनाव से मुक्ति पाने के लिए आप इसका अभ्यास नियमित तौर पर कर सकते हैं।
मेडिकल साइंस में रिसर्च करने वालों के लिए भी ये जंगल आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं। उनका भी कहना है कि इन जंगलों में तनाव कम करने और ब्लड प्रेशर नियंत्रण की दवा मौजूद है। फॉरेस्ट्री एंड फ़ॉरेस्ट प्रोडक्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट के प्रोफ़ेसर ताकाहिदे अकागावा का कहना है कि इन जंगलों की आबो-हवा में तनाव पैदा करने वाले हार्मोन को नियंत्रित करने की ताक़त है। साथ ही यहां की जाने वाली थेरेपी एंटी एजिंग है। यानी फ़ॉरेस्ट थेरेपी से आपकी उम्र भी लंबी होगी।
जापानी थेरेपी के बारे में
यदि आप तनाव दूर करने के लिए कोई प्राकृतिक उपाय तलाश रहे हैं तो आप प्रकृति के साथ रहते हुए इस जापानी थेरेपी का अभ्यास कर सकते हैं। जापान में इस थेरेपी को “शिन्रिन-योकू” कहा जाता है। जिसे आम बोलचाल में “वन-स्नान” कहा जाता है। यह एक ऐसा उपाय है जो प्रकृति के साथ हमारा सामंजस्य बिठाकर हमारे शारीरिक और मानसिक विकारों को ठीक करता है। “शिन्रिन-योकू” एक नेचुरोपैथी का एक ऐसा उपाय है जो अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है।
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क्या है विधि?
इस थेरेपी को करने के लिए आपको अपने घर से दूर जंगल में रहना होगा। इसमें आप जंगल में प्रकृति के बीच रहते हुए अपने दैनिक क्रियाकलापों को आगे बढ़ाएंगे। इस तरह के जीवन जीते हुए आप तनाव के कारणों को भूलने की कोशिश करते हैं, और अपने आप को प्रकृति के काफी करीब पाते हैं। इसको समझाने के लिए ‘फॉरेस्ट थेरेपी’ भी कहा जाता है, क्योंकि इस थेरेपी के अंदर आपको जंगल के वातावरण में रहना होता है।
कितनी फायदेमंद है ये थेरेपी?
“शिन्रिन-योकू” थेरेपी के फायदों की बात की जाए तो यह मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त करने के लिए एक बेहद शक्तिशाली उपाय है। इस थेरेपी को कर रहे व्यक्ति को भौतिक जगत से अलग होने के सुखद अनुभव होता है, जंगल के बीच प्रकृति की शांति व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य में काफी हद तक सुधार कर सकता है। इस अभ्यास से करने से आपको बेहतर नींद मिलती है, जिससे आपका ध्यान केन्द्रित आसानी से हो पाता है।
इसके अलावा यदि आप वेट लॉस करना चाहते हैं तो ये आपके लिए उसमें भी बेहद फायदेमंद है। हालांकि यदि आप रोजाना कुछ समय प्रकृति के बीच व्यतीत करते हैं, तो इससे आप शारीरिक के साथ-साथ कई तरह की मानसिक व्याधियों से भी दूर रह सकते हैं।