स्वास्थ्य और बीमारियां

पैरों में नीली नसों को न समझें सामान्य, इस गंभीर बीमारी का है शुरुआती संकेत

हमारा शरीर हज़ारों वेन्स से बना है। पूरे शरीर में फैली ये ब्लड वेसल्स सर्कुलेटरी सिस्टम का हिस्सा होती हैं जो ब्लड, ऑक्सीजन और न्यूट्रिशन को पूरी बॉडी में भेजने का काम करता है। कई बार आपने देखा होगा कि कुछ लोगों के पैरों में नीली, हरी और बैंगनी रंग की नसें दिखती हैं। यह सामान्य नहीं है बल्कि वैरिकोज वेन्स नामक एक गंभीर बीमारी है। यह हमारे शरीर में तब दिखती हैं, जब नसों की दीवारें कमजोर हो जाती हैं।

वैरिकोज वेन्स ज्यादातर पैरों में होती है इसमें नसों में स्वेलिंग होती है वो मोटी, नीली और मुड़ी हुई नजर आती है। ये बीमारी लाइफ थ्रेटनिंग भले ना हो लेकिन, वक्त पर इलाज नहीं किया तो चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है। कई बार सर्जरी तक की नौबत आ सकती है। इसलिए जानना बेहद जरूरी है कि वैरिकोज नसें के लक्षण क्या हैं और इसे कैसे ठीक किया जाए?

ये हैं वैरिकोज वेन्स के लक्षण?

  • नीली नसें
  • नसों का गुच्छा
  • पैरों में सूजन
  • मसल्स में ऐंठन
  • स्किन पर अल्सर

क्यों होती हैं वैरिकोज वेन्स की समस्या?

जब बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं होता है तो उस वजह से वैरिकोज वेन्स की समस्या बढ़ जाती है। दरअसल, ब्लड सर्कुलेशन स्लो होने से खून नसों में जमा होने लगता है और नसों में सूजन आने लगती है। सूजन के बाद नसें मुड़ने लगती हैं और फिर त्वचा पर उभरी हुई दिखाई देने लगती हैं। वैरिकोज में नीली नसों की गांठें कई बार बहुत लोगों में दर्द का कारण बनती हैं।

ये लोग होते हैं सबसे ज़्यादा शिकार

वैरिकोज वेन्स की परेशानी ज़्यादा देर तक खड़े रहने और लगातार बैठे रहने से होती है इसलिए इसके सबसे ज़्यादा शिकार दुकानदार,टीचर,ऑफिस में घंटों बैठने वाले ट्रैफिक पुलिस और सिक्योरिटी गार्ड्स होते हैं। कहने का मतलब है कि जो लोग ज़्यादा चल नहीं पाते वो डेंजर ज़ोन में आ जाते हैं।

वैरिकोज वेन्स की वजह

  • हार्मोन का बैलेंस बिगड़ना
  • बढ़ती हुई उम्र
  • अधिक वजन होना
  • लंबे समय तक खड़े रहना
  • नसों पर पर दबाव पड़ना
  • वैरिकोज वेन्स

आज़माएं ये नुस्खे

अपनी लाइफ स्टाइल में हल्के फुल्के बदलाव कर आप वैरिकोज वेन्स की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। रोजाना हरी सब्जियां खाने से नसों के डैमेज होने का खतरा भी कम हो जाता है क्योंकि हरी पत्तेदार सब्जियां वेन्स में फैट और कैल्शियम को जमने से रोकती है जिससे पूरा सर्कुलेटरी सिस्टम परफेक्ट वर्क करता है। साथ ही वज़न कंट्रोल करें, नमक और शक्कर कम खाएं, टाइट कपड़े न पहनें। साथ ही आप एप्पल साइडर विनेगर और जैतून के तेल से अपने पैरों को मसाज करें। इससे आपको काफी राहत मिलेगी

इलाज

अगर इन नुस्खों से भी कोई असर न हो तो आप वैरिकोज वेन्स का इलाज कराएं। जैसे कपिंग थेरेपी, लीच थेरेपी, मिट्टी लेप जैसी थेरेपी बेहद असरदार साबित होते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button