छाती में दर्द होने पर आपके दिमाग में हार्ट अटैक, गैस या ज्यादा से ज्यादा ठंड लगने जैसे कारण आते होंगे। लेकिन आपको इसके पीछे की एक वजह के बारे में नहीं पता जिससे आप हैरान हो सकते हैं। इस अनजान वजह से सीने में तेज दर्द उठता है और मरीज बेहाल होने लगता है।
डेली मेन ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, मेरी गोल्ड को 6 महीने से बार-बार छाती में दर्द हो रहा था। पहले कभी-कभी होने वाला दर्द धीरे-धीरे तेज होता गया। ईसीजी करवाने पर उनकी नसों में कोई ब्लॉकेज भी नहीं मिली। मगर जब राहत नहीं मिली तो महिला ने दूसरे डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने जैसे ही उनकी छाती की चौथी पसली दबाई तो महिला दर्द की वजह से तुरंत चिल्ला पड़ी। जिसके बाद डॉक्टर ने बताया कि उन्हें कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस है। इसमें सीने में बाहर की तरफ तेज और पैना दर्द होता है।
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क्या है कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस बीमारी?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस (ref.) को एक बिनाइन कारण मानता है। इसमें ब्रेस्ट बोन और पसलियों को जोड़ने वाली कॉस्टल कार्टिलेज में सूजन आ जाती है। इसका दर्द हल्के से शुरू होकर बहुत तेज हो सकता है, जिसे सहना मुश्किल हो जाता है।
ऐसे हैं इस बीमारी के लक्षण
- लेटने पर दर्द बढ़ना
- खांसी या गहरी सांस लेने पर दर्द
- शारीरिक काम करने पर दर्द बढ़ना
- ऊपरी और बीच के पसलियों के बीच दर्द
- सीने पर दबाव पड़ने पर दर्द बढ़ना, जैसे ब्रा या सीट बेल्ट पहनना
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किन कारणों से होता है?
- लंबी खांसी रहना
- लंबे समय तक एलर्जी रहना
- हेवी वेट लिफ्टिंग या भारी काम करना
- एक्सीडेंट या गिरने पर सीने में चोट लगना
- टीबी जैसे वायरस या रेस्पीरेटरी इंफेक्शन
इस तरह होता है बीमारी का इलाज
कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस होने पर सबसे पहले मरीज को आराम, फिजिकल थेरेपी और सिकाई करने की सलाह दी जाती है। इसके साथ दर्द कम करने के लिए इंजेक्शन, इलेक्ट्रिक करंट से नर्व स्टिम्यूलेशन या NSAIDs दवाओं की सलाह दी जाती है।