महिलाओं को अपने जीवन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। पर यह कठिनाइयाँ शारीरिक रूप से कब बीमारियों में बदल जाती है इस बात का पता उन्हें खुद भी नहीं चलता।
आजकल के भागदौड़ भरे जीवन में औरतें अपने परिवार और अपने करियर के साथ कई चीज़े मैनेज करने में सक्षम हैं। पर इन सब के बीच वह अपने स्वस्थ्य पे ध्यान देना भूल जाती हैं। जिसके कारन उन्हें अक्सर 30 की उम्र के बाद शारीरिक कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ जाता है।
सामान्य समस्याएँ –
1 अनियमित पीरियड्स : पीरियड्स का 30 की उम्र के बाद कुछ महिलाओं में काफी सामान्य मन जाता हैं। डॉक्टर्सके हिसाब से यह बॉडी में एक उम्र इ बाद होने वाले हार्मोनल चेंज के कारण हो जाता है।
2 बालों का झड़ना :एक्सपर्ट्स की मानी जाए तो महिलाओं में बाल झड़ना पोषण की कमी और हॉर्मोन्स में बदलाव होने के कारण होता है।
3 वजन में वृद्धि : यह मेटाबॉलिज्म में बदलाव के कारण होता है जो उम्र बढ़ने के साथ होते हैं।
4 हीमोग्लोबिन में कमी : हीमोग्लोबिन में कामी आना भी एक सामान्य बात है क्यूंकि महिलाओ को प्रेगनेंसी के दौरान हुई सर्जरी , होर्मोनेस में बदलाव , हैवी पीरियड्स के कारण इसका सामना करना पड़ता है।
5 हड्डियों का कमज़ोर होना : 30 के बाद महिलाओं के शरीर में कैल्सियम कम होने के कारण उनकी हड्डियां कमज़ोर हो जाती है जो हाथ पैरो में दर्द, कमज़ोरी और गठिया जैसी समस्याओं का कारण बन जाती है।
गंभीर समस्याएं :-
सामान्य समस्याओं के अल्वा कुछ ऐसी गंभीर समस्यायें भी है जो कुछ महिलाओं को अपने जीवन में सहनी पड़ती है।
1 कैंसर – आजकल कैंसर जैसे बुखार या ज़ुखाम की तरह लोगों के शरीर में फ़ैल रहा है। यह समस्या महिलाओं के लिए काफी सामन्य बात हो गयी है लेकिन यही बहुत ही खतरनाक है। गर्भाशय कैंसर, स्तन कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां हो जाती है।
2 थायराइड की समस्याएं- थायराइड की समस्याएं महिलाओं में होने वाली आम समस्याओं में से एक हैं। तीस साल की उम्र के बाद महिलाओं में थायराइड की समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
3 डायबिटीज: डायबिटीज एक पुरानी बीमारी है जो महिलाओं में भी हो सकती है। तीस साल की उम्र के बाद महिलाओं में डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
4 अन्य- इसके अलावा भी अन्य बीमारियाँ जैसे कि एंडोमेट्रिओसिस ,एडेनोमायोसिस,फैब्रोइद्स जैसी अन्य खतरनाक बीमारियां हो जाती है।
बीमारियों से बचाव के तरीके :-1
पौष्टिक आहार : बीमारियों से बचने का सबसे पुराना तरीका है शरीर में विटामिन्स और मिनरल्स का सही मात्रा में होना। जो कि हमें फल सब्जियो और अनाज से मिलता है। इसलिए महिलाओं को इनका सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए।
एक विटामिन ऐसा भी है जो कि किसी खाद्य पदार्थ में नहीं पाया जाता है , यह विटामिन है विटामिन बी12 इसलिए एक्सपर्ट्स का कहना है कि महिलाओं को इसकी टेबलेट्स और कैप्सूल्स का सेवन अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।
नियमित व्यायाम : बीमरियों से बचने के लिए योग एवं व्यायाम काफी असरदायक साबित हो सकता है। इसके साथ ही डॉक्टर्स मैडिटेशन करने की सलहा देते हैं जिससे की मन व दिमाग शांत रहता है।
नियमित चेकअप: महिलाओं को अपने डॉक्टर से समय-समय पर चेकअप करवाना चाहिए। नियमित चेकअप से स्वास्थ्य समस्याओं का जल्दी पता लगाया जाता है और उसका इलाज सही समय पर किया जा सकता है।