गर्मियों की शुरूआत हो चुकी है और सूर्या देवता अपने प्रचंड रूप में हैं. ऐसे में त्वचा का ध्यान रखना बेहद ही जरूरी है. स्किन एक्सपर्ट्स की मानें तो गर्मियों की सीजन में सूरज की यूवी किरणें न सिर्फ स्किन को ड्राई बनाती हैं बल्कि कई तरह से नुकसान भी पहुंचाती हैं. गर्मियों के मौसम में अगर आपको बाहर जाना पडे़ तो स्किन को कवर करने की जरूरत होती है.
वहीं, अगर आप इस मौसम में अपनी देखभाल अच्छे से नहीं करते हैं तो स्किन रैशेज, खुजली, दाने और चकत्ते जैसी समस्याएं हो सकती हैं. लेकिन क्या आपने कभी गौर किया कि आखिर स्किन से जुड़ी दिक्कतें सबसे ज्यादा गर्मियों में ही क्यों देखने को मिलती हैं. आज इसी पर बात करेंगे..
गर्मियों में स्किन केयर बहुत ज्यादा जरूरी है. एक समर स्किन केयर रुटीन बनाना भी जरूरी है. क्या आप जानते हैं कि अगर आप सतर्क नहीं हैं तो गर्मियों में बहुत सी चीजें आपकी त्वचा पर कहर बरपा सकती हैं. स्किन के लिहाज से गर्मियों का मौसम सबसे खराब समय होता है. अगर आप गर्मियों में होने वाली त्वचा समस्याओं से अवेयर नहीं हैं तो आपको इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है. इन तमाम जानकरियों को साझा करने के लिए आरोग्य इंडिया प्लेटफोर्म से जुड़े हैं डॉ हेरम्भ अग्निहोत्री…
आपको बता दें डॉ हेरम्भ अग्निहोत्री बाल रोग विशेषज्ञ और एलर्जी स्पेशलिसेट हैं, ये पिछले 20 वर्षों से अपनी सेवायें दे रहे हैं. डॉ हेरम्भ बताते हैं कि गर्मी में कई प्रकार के संक्रामक रोग पेट से संबंधित बीमारियां और सांस से संबंधित बीमारियां फैलती हैं.
सूरज की किरणों से किस तरह स्किन की समस्याएं उत्पन्न होती हैं?
सूरज की एलर्जी को सन एलर्जी कहते हैं. जिसका असर हमारी त्वचा पर पड़ता है. गर्मियों में त्वचा में जो भी फर्क दिखते हैं वो एक्स पोजर के बाद दिखते हैं, जैसे त्वचा में खुजली, जलन, लाल चकत्ते. कभी-कभी छोटे दाने होते हैं तो कभी-कभी बड़े बंप्स पड़ जाते हैं तो कभी पित्ती की तरह होते हैं. सूरज की रोशनी में कई तरह की रेज होती हैं. जो स्किन के लिए जिम्मेदार होती हैं वो हैं अल्ट्रावायलेट रेज, इसमें तीन तरह के स्पेक्ट्रम मिलते हैं अल्ट्रावायलेट ए, बी और सी. इसमें ए और बी शरीर को नुकसान पहुंचाती है.
आखिर गर्मियों में स्किन से जुड़ी समस्याएँ और कौन-कौन सी होती हैं?
एलर्जिक रिएक्शन जिसे सोलर अर्टिकेरिया कहा जाता है. यह किसी उम्र में किसी भी व्यक्ति में मिल सकता है. त्वचा पर सूरज की रोशनी पड़ने के कुछ ही मिनटों में पित्ती जैसे दाने निकल आते हैं जिसमें बहुत खुजली होती है.
अब सवाल यह उठता है कि आखिर इन समस्याओं से कैसे बचा जा सकता है?
धूप में जाने से बचें, खासकर 10 से 4 वाले समय के बीच. अगर किसी कारणवश जाना भी पड़ता है तो खुद को अच्छे से कवर करके जायें. सिर पे टोपी लगा सकते हैं, पूरी बांह के कपड़े पहनें, महिलायें स्कार्फ बांध लें, पुरुष गमछा से मुंह ढंक सकते हैं, सनस्क्रीम लगा सकते हैं.
एलर्जी होने के बाद क्या करें?
इस मौसम में धूप से एलर्जी होने पर आपको किसी डॉक्टर से मिलकर सलाह लेना चाहिए. इसका इलाज जितनी जल्दी शुरू होगा, उतना ही आपके लिए सही होगा क्योंकि देरी होने पर आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.