मौसम बदलते ही लोगों को सर्दी, जुकाम और फ्लू की समस्या परेशान करने लगती है। यह समस्या सभी उम्र के लोगों में आम है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, उनमें इस तरह की समस्याओं का जोखिम अधिक देखा जाता रहा है। इन्फ्लूएंजा वायरस (Influenza Virus) का संक्रमण सर्दी-जुकाम होने का सबसे आम कारण है। मौसम में बदलाव के साथ इस वायरस का प्रकोप बढ़ने लगता है।
सितंबर और अक्टूबर के महीनों में आमतौर पर जब मौसम में परिवर्तन शुरू हो जाता है तो सर्दी, जुकाम जैसे वायरल संक्रमण के मामले भी तेजी से बढ़ने लगते हैं। ये समय डेंगू और मलेरिया जैसे रोगों का भी होता है। हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि दैनिक जीवन में कुछ बातों का ध्यान रखना, आहार में कुछ बदलाव आपको फ्लू (Flu) के संक्रमण और सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों से बचाने में मददगार हो सकती हैं।
कमजोर इम्युनिटी वालों में जोखिम
डॉक्टर बताते हैं कि कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में फ्लू और सर्दी होने की ज्यादा आशंका हो सकती है। बार-बार संक्रमण होना, अक्सर बीमार रहना, घावों का जल्दी न भरना, थकान-कमजोरी बने रहना इस बात का संकेत है कि आपकी इम्युनिटी लो हो सकती है। इसे दुरुस्त करने के लिए उपाय करना जरूरी है।
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए उपयोगी
दिनचर्या और आहार में कुछ बदलाव करके रोग प्रतिरोध क्षमता को बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
हल्दी वाला दूध (Golden Milk) पीना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
हल्दी में प्राकृतिक एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
हरी सब्जियों, फलों, मसालों का सेवन करें। ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करती हैं।
तुलसी के पत्ते का काढ़ा
वायरल संक्रमण और सर्दी, जुकाम की समस्या में काढ़ा पीना सबसे फायदेमंद हो सकता है।
तुलसी के पत्ते और काली मिर्च को उबालकर काढ़ा बनाएं। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है और सर्दी-जुकाम से लड़ने में मददगार है।
अदरक का रस निकालकर शहद में मिलाकर सेवन करने से गले की खराश और खांसी में आराम मिलता है।
दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी, हर्बल टी, सूप और नींबू पानी पीते रहें।
शरीर को दें आराम
वायरल संक्रमण की स्थिति में शरीर को पर्याप्त आराम देना जरूरी हो जाता है। इसके लिए 7-8 घंटे की नींद लें। पर्याप्त आराम करने से शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए ऊर्जा मिलती है। नींद के दौरान शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है, जिससे लक्षणों में जल्द आराम होता है। वायरल बुखार में डॉक्टर की सलाह पर सिर्फ पैरासिटामोल टैबेलेट का ही सेवन करें।