हृदय को स्वस्थ रखने के लिए मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों की भी जरूरत होती है। मैग्नीशियम एक ऐसा पोषक तत्व है, जो मांसपेशियों और तंत्रिका कार्य, ब्लड शुगर (Blood Sugar) और ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) को कंट्रोल रखने के लिए जरूरी माना जाता है। आहार के जरिए हमें नियमित रूप से इस पोषक तत्व की जरूरत होती है। शरीर में इसकी कमी हो जाने की वजह से दिल का दौरा, स्ट्रोक, डायबिटीज या ऑस्टियोपोरोसिस जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम ज्यादा हो सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ (Heath Expert) कहते हैं जिस तरह से हमें नियमित रूप से प्रोटीन और विटामिन्स की जरूरत होती है, उसी तरह से मैग्नीशियम से भरपूर आहार भी जरूरत है। आप कई प्रकार के नट्स और सीड्स के जरिए इसकी पूर्ति कर सकते हैं। जिन लोगों में मैग्नीशियम की कमी हो जाती है, उनमें हृदय रोग, डायबिटीज सहित कई अन्य गंभीर बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है।
हृदय रोगों से बचे रहने के लिए मैग्नीशियम जरूरी
अध्ययनों से पता चलता है कि हार्ट को स्वस्थ रखने में मैग्नीशियम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। साल 2018 में किए गए अध्ययनों की समीक्षा में पाया गया है कि मैग्नीशियम की कमी से व्यक्ति में हृदय संबंधी समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है। वैज्ञानिकों ने पाया कि कंजेस्टिव हार्ट फेलियर वाले लोगों में अक्सर मैग्नीशियम की कमी देखी जाती रही है, ये लक्षणों को और भी बिगाड़ सकती है। कुछ शोध ये भी बताते हैं कि दिल का दौरा पड़ने के तुरंत बाद मैग्नीशियम देने से मृत्यु का जोखिम कम किया जा सकता है, हालांकि इसके लिए अभी और अधिक शोध की आवश्यकता है।
स्ट्रोक और हार्ट अटैक का कम होता है खतरा
अध्ययनकर्ताओं ने बताया कि मैग्नीशियम, हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसी संदर्भ में किए गए अध्ययनों से पता चला कि आहार के माध्यम से मैग्नीशियम का सेवन बढ़ाने से व्यक्ति में स्ट्रोक और हार्ट अटैक का जोखिम कम हो सकता है। वयस्कों को प्रतिदिन 270-400 मिलीग्राम की मात्रा में मैग्नीशियम की जरूरत होती है। आहार में मैग्नीशियम वाली चीजों को शामिल करके स्ट्रोक और हार्ट अटैक से बचाव किया जा सकता है।
Sugar Level भी रहता है कंट्रोल
डायबिटीज के शिकार लोगों में हार्ट से संबधित समस्याओं का खतरा ज्यादा देखा जाता रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, मैग्नीशियम वाली चीजों को आहार का हिस्सा बनाकर डायबिटीज और हार्ट दोनों ही परेशानियों को कम किया जा सकता है। मैग्नीशियम ग्लूकोज नियंत्रण और इंसुलिन के मेटाबॉलिज्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
वर्ल्ड जर्नल ऑफ डायबिटीज में 2015 की समीक्षा में बताया गया है कि मधुमेह के शिकार अधिकतर लोगों में मैग्नीशियम की कमी हो सकती है। आहार में मैग्नीशियम वाली चीजों को शामिल करके डायबिटीज और इसके कारण होने वाले हृदय रोगों से भी बचाव किया जा सकता है।
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कैसे प्राप्त करें मैग्नीशियम?
आहार के जरिए आसानी से मैग्नीशियम की पूर्ति की जा सकती है। नट्स और सीड्स, बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, कोको युक्त चॉकलेट और मछलियों को इसका अच्छा स्रोत माना जाता है। काजू-बादाम और पालक के सेवन से भी इसकी पूर्ति की जा सकती है। आहार में सुधार करके मैग्नीशियम की पूर्ति करना आसान हो सकता है।