आज की भागदौड़ भरी जिंदगी के चलते कम उम्र में ही लोगों को कई तरह की बीमारियां घेरने लगी हैं. हाई कोलेस्ट्रॉल के मामले भी काफी बढ़ गए हैं जो कि दिल की सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक होता है. ऐसे में तुलसी के पत्ते का सेवन काफी कारगर हो सकता है।
तुलसी का पौधा धार्मिक रूप से काफी महत्वपूर्ण होने के साथ ही सेहत के लिहाज से भी काफी उपयोगी होता है. तुलसी के पौधे में मौजूद तत्व कई बड़ी बीमारियों में असरदार होते हैं. दिल संबंधी बीमारियों में तुलसी के पत्तों का सेवन बेहद फायदेमंद हो सकता है.
तुलसी के पत्तों का उपयोग स्ट्रेस और एंजाइटी को घटाने में भी मदद करता है. हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक तुलसी इंफेक्शन से बचाने के साथ ही घावों को ट्रीट करने में भी मददगार होती है. आइए जानते हैं तुलसी के सेहत से जुड़े बड़े फायदे.
तुलसी के पत्तों के लाभ
ब्लड शुगर
बदली लाइफ स्टाइल के चलते आजकल डायबिटीज की बीमारी बेहद कॉमन हो चुकी है. ब्लड शुगर का बढ़ना या घटना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. ऐसे में जरूरी है कि ब्लड शुगर हमेशा कंट्रोल में रहे. इसके लिए तुलसी का पौधा बेहद असरदार होता है. प्री डायबिटीज या टाइप टू डायबिटीज की स्थिति में तुलसी का सेवन ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है।
कोलेस्ट्रॉल
दिल की नसों में जमा बैड कोलेस्ट्रॉल हार्ट के लिए बेहद नुकसानदायक होता है. ऐसे में जरूरी है कि खराब कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम किया जाए. इसके लिए तुलसी का सेवन काफी असरदार हो सकता है. एनिमल स्टडीज के दौरान ये पाया गया है कि तुलसी के सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद मिलती है. इसके साथ ही तुलसी का तेल भी काफी लाभदायक होता है।
जोड़ों का दर्द
उम्र के साथ जोड़ों में दर्द होना आम समस्या हो जाती है. हड्डियों से जुड़ी गंभीर बीमारी अर्थराइटिस भी काफी दर्दनाक होती है. ऐसे में जोड़ों के दर्द को घटाने और सूजन में आराम के लिए तुलसी का सेवन लाभकारी होता है. तुलसी के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं, जिसके चलते जोड़ों से जुड़ी समस्याएं होने पर तुलसी काफी असरदार होती है.
पेट
पेट की समस्याएं बेहद आम हैं और लंबे वक्त तक पेट से जुड़ी समस्याएं रहने पर कई गंभीर बीमारियां भी पैदा हो सकती हैं. तुलसी पेट के अल्सर से होने वाले स्ट्रेस में आराम देती है. इसके साथ ही इसका नियमित सेवन पेट के एसिड को कम करनात है और म्यूकस सिक्रेशन को बढ़ाता है. इससे म्यूकस सेल में भी इजाफा होता है।
संक्रमण
तुलसी के पत्तों का सत्व चोट लगने पर घाव को तेजी से भरने में मदद करता है. इसके साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी इजाफा करता है. तुलसी में एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल, एंटी फंगल, एंटी इन्फ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण पाए जाते हैं. ऐसे में इसका नियमित इस्तेमाल काफी लाभकारी हो सकता है।