बच्चों पर कम उम्र से ही पढ़ाई का ज्यादा दबाव रहता है. स्कूल हो या ट्यूशन, बच्चों पर हर एग्जाम में अच्छे नंबर लाने का प्रेशर बना दिया जाता है. इसका बुरा असर उनकी सेहत पर पड़ता है. ज्यादा नंबर लाने के चक्कर में बच्चे पढ़ाई तो खूब करते हैं, लेकिन खाने-पीने पर ध्यान नहीं दे पाते हैं. इससे उनकी फिजिकल ग्रोथ ही नहीं, बल्कि मेंटल ग्रोथ पर भी काफी असर पड़ता है।
एग्जाम में सफलता की चाह के चक्कर में स्टूडेंट्स को जरूरी पोषण के महत्व को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. बच्चों के द्वारा खाया जाने वाला खाना सीधे उनके कॉग्निटिव फंक्शन, एनर्जी लेवल और ओवरऑल हेल्थ पर असर डालता है. पेरेंट्स को जरूरत है कि वे बच्चों के खाने-पीने का विशेष ध्यान रखें, जिससे बच्चों को शरीर और दिमाग को जरूरी पोषक तत्व मिलें. ऐसा करने से वे पढ़ाई में अव्वल हो जाएंगे और उनकी मेमोरी तेज हो जाएगी।
कि बच्चों की हेल्थ को बेहतर बनाए रखने के लिए अच्छी डाइट बेहद जरूरी है. बच्चों को सुबह-सुबह हेल्दी नाश्ता, लंच के साथ पोषक तत्वों से भरपूर स्नैक्स दूध और फल खिलाने चाहिए. चावल या रोटी के साथ दाल और सब्जियों का एक स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर कॉम्बिनेशन होना चाहिए, जिसे बच्चे स्वाद-स्वाद में चट कर जाएं।
इस तरह के संतुलित खाने से यह सुनिश्चित होता है कि बच्चे की हर दिन आवश्यक विटामिन, प्रोटीन और किलोकैलोरी की मात्रा पूरी हो रही है. जिस तरह कार को चलने के लिए अच्छे फ्यूल की जरूरत होती है, ठीक उसी तरह हमारे शरीर और दिमाग को बेस्ट काम करने के लिए उचित पोषण की आवश्यकता होती है. सभी पेरेंट्स को बच्चों को लेकर यह बातें ध्यान रखनी चाहिए।
इन 5 फूड्स से एग्जाम में टॉप करेंगे बच्चे
- एक्सपर्ट के अनुसार ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर चीजें बच्चों का दिमाग शार्प कर सकती हैं. इसके लिए उन्हें अखरोट और अलसी खिलाएं. अगर बच्चा नॉन-वेज खाता है, तो उसकी डाइट में सैल्मन फिश शामिल कर सकते हैं. इससे उसका दिमाग हेल्दी और तेज बन जाएगा.
- एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर रंगीन फलों और सब्जियों का सेवन करने से बच्चों की मेमोरी कंप्यूटर जैसी तेज हो सकती है. इन फल और सब्जियों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट मस्तिष्क की कोशिकाओं को डैमेज से बचाते हैं और याददाश्त में सुधार करते हैं।
- कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट से भरपूर फूड्स भी बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद हो सकते हैं. ब्राउन राइस, जई और क्विनोआ जैसे साबुत अनाज बच्चों को मस्तिष्क के लिए ऊर्जा का एक स्थिर स्रोत प्रदान करते हैं. इससे बच्चों का दिमाग शार्प हो जाता है।
- प्रोटीन से भरपूर फूड्स अच्छी याददाश्त और मानसिक सतर्कता के लिए बेहद जरूरी है. चिकन, बीन्स और टोफू जैसे प्रोटीन के स्रोत न्यूरोट्रांसमीटर उत्पादन में सहायता करते हैं. इससे बच्चों की एकाग्रता बढ़ सकती है।
- विटामिन और मिनरल्स का मेमोरी तेज करने में अहम योगदान होता है. विटामिन बी, विटामिन डी और आयरन जैसे पोषक तत्व संज्ञानात्मक विकास और फोकस बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।