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कुत्ते के काटने से 20 मिनट तक करते रहें ये काम, आठ दिन होते हैं बहुत अहम

अक्‍सर कहा जाता है कि जानवरों में कुत्‍ता, इंसान के लिए सबसे वफादार दोस्त होता है। मगर, वक्त के साथ अब तस्वीर बदल गई है। अब शहरों की गलियों में कुत्‍तों के रूप में डर घूम रहा है। आवारा कुत्तों के झुंड अब वफादारी नहीं, बल्कि ‘दहशत का दूसरा नाम’ बनते जा रहे हैं। स्थिति ये है कि सुप्रीम कोर्ट को Suo Moto Cognizance लेना पड़ा है। न्‍यायालय ने इसे बेहद चिंताजनक और डराने वाला बताया।

आखिर हो भी क्यों ना, डॉग बाईट (Dog Bite) से जान जाना आम बात हो गई है। इसके मामले रोज बढ़ रहे हैं। देश भर में कुत्तों के काटने के 37 लाख से ज्यादा मामले रजिस्टर्ड हैं। हालांकि, यहां बात हो रही है स्ट्रीट डॉग्स (Street Dogs) की, उनकी नहीं, जो आपके-हमारे घरों में पालतू जानवर हैं। आखिर इंसान के सबसे प्यारे दोस्त कुत्ते से लोग डरने क्यों लगे हैं? सड़कों पर ‘स्ट्रे डॉग्स’ का आतंक इतना क्यों बढ़ गया है?

कुत्ते के काटने से 20 मिनट तक करते रहें ये काम, आठ दिन होते हैं बहुत अहम

रेबीज होने पर जान बचाना मुश्किल

ये चिंता का विषय इसलिए है, क्योंकि कुत्‍ते के काटने से एक बार अगर रेबीज हो गया तो बचना मुश्किल हो जाता है। रेबीज का इंफेक्शन नसों तक पहुंचते ही मामला सीरियस हो जाता है। यही वजह है कि बच्चों के लिए ये जान जोखिम (life threatening) में डालने जैसा है। हाइट कम होने की वजह से अक्सर जब डॉग अटैक करता है तो इंजरी बच्चों के फेस और सिर के करीब आती है। जिससे चार-पांच घंटे में इंफेक्शन ब्रेन में पहुंच जाता है।

कुत्ता काटने के तुरंत बाद क्या करें?

कुत्ते के काटने पर घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि समय पर इलाज और कुछ सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर आपके सामने ऐसी अनहोनी घटती है कि किसी को कुत्ता काट लेता है तो ये ख्याल रखिए कि 99% इंफेक्शन घाव को अच्छी तरह धोने से ही टल जाता है। बस 15-20 मिनट तक घाव को रनिंग वाटर में धोना जरूरी है। ऐसे में इस बात का विशेष ख्याल रखें।

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कुत्ता काटने पर कितने इंजेक्शन लगते हैं?

डॉक्टर्स के अनुसार, कुत्ते के काटने के बाद शुरुआती आठ दिन बहुत अहम होते हैं। इसलिए जिस दिन कुत्ते ने काटा हो, उसी दिन वैक्सीन की पहली डोज ले लेनी चाहिए। ऐसे मामलों में लापरवाही बरतना जान पर भारी पड़ सकता है। इसके बाद एंटीसेप्टिक लगाएं जैसे पोटाश या डेटॉल लगा सकते हैं। डॉक्टर से एंटी-रेबीज वैक्सीन (ARV) लगवाएं। अगर कुत्ता ने गहरा घाव दिया है तो इम्युनोग्लोबुलिन इंजेक्शन (immunoglobulin injections) भी लगाना चाहिए।

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