Fatty Liver: आज से ही शुरू कर दें ये 5 एक्सरसाइज, फैटी लिवर हो जायेगा कंट्रोल


Fatty Liver Disease: लिवर डिजीज आज दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ प्रॉब्लम्स में से एक बन चुकी है. मेटाबॉलिक डिसफंक्शन-एसोसिएटेड स्टिएटोटिक लिवर डिजीज, जिसे पहले नॉन-अल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज कहा जाता था, अब दुनिया की लगभग 30 प्रतिशत आबादी को प्रभावित कर रही है. गलत खानपान, मोटापा और सुस्त जीवनशैली इसकी बड़ी वजह हैं. अगर ध्यान न दिया जाए तो ये सूजन, फाइब्रोसिस और आखिर में सिरोसिस तक पहुंच सकती है. राहत की बात यह है कि एक्सरसाइज से लिवर में जमा फैट को काफी हद तक कम किया जा सकता है. बिना ज्यादा वजन घटाए भी एक्सरसाइज लिवर को मजबूत बनाती है. अगर इसे सही डाइट के साथ किया जाए, तो यह बीमारी को रिवर्स करने में मदद करती है. रिसर्च बताती है कि नियमित एक्सरसाइज लिवर फैट घटाने के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म भी सुधारती है.
फैटी लिवर का असरदार इलाज है एक्सरसाइज | Fatty Liver Disease
फैटी लिवर डिजीज में लिवर के अंदर 5 से 10 प्रतिशत तक फैट जमा हो जाता है. यह फैट लिवर की सेल्स को नुकसान पहुंचाता है और सूजन पैदा करता है. शुरुआती स्टेज में इसके लक्षण नजर नहीं आते, लेकिन इलाज न मिलने पर यह लिवर फेल्योर या कैंसर का कारण बन सकता है. स्टडीज बताती हैं कि एक्सरसाइज फैटी लिवर का असरदार इलाज है. एरोबिक एक्सरसाइज लिवर फैट को घटाती है और ब्लड प्रेशर व कोलेस्ट्रॉल को भी संतुलित रखती है. हफ्ते में 150 से 300 मिनट की मीडियम एक्सरसाइज या दो दिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग लिवर को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त है.
तेज चलना और साइकिलिंग | Fatty Liver Disease
तेज चलना या हल्की दौड़ना एक आसान एरोबिक एक्सरसाइज है. इसमें सांस थोड़ी तेज हो जाती है लेकिन आप बात कर सकते हैं. रोज़ाना 30 से 45 मिनट तक तेज चाल से चलना लिवर फैट कम करने में मदद करता है. साइक्लिंग एक शानदार कार्डियो एक्सरसाइज है जो बड़ी मांसपेशियों को एक्टिव करती है और इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाती है. घर पर स्टेशनरी बाइक पर भी इसे किया जा सकता है. हफ्ते में 3 से 4 बार, 30 मिनट तक साइक्लिंग करने से अच्छे नतीजे मिलते हैं.

HIIT भी एक बेहतरीन ऑप्शन | Fatty Liver Disease
हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग यानी HIIT में तेज एक्सरसाइज जैसे स्प्रिंट, बर्पीज़ और जंप स्क्वैट्स शामिल हैं. यह कम समय में ज्यादा असर देती है. एक स्टडी के मुताबिक, इससे एमएएसएच मरीजों में लिवर की स्थिति में सुधार देखा गया. स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से मसल्स मजबूत होते हैं और मेटाबॉलिज्म तेज होता है. यह शरीर को फैट बर्न करने में मदद करती है और लिवर पर दबाव कम करती है. हफ्ते में 3 सेशन पर्याप्त हैं. सही एक्सरसाइज और नियमित दिनचर्या से फैटी लिवर को शुरुआती स्टेज में ही रिवर्स किया जा सकता है.





