हमारे शरीर में बहुत से जीवाणु होते हैं कुछ अच्छे तो कुछ खराब। ऐसे में चूहों पर हुए एक शोध से पता चला है कि शरीर में होने वाले माइक्रोबायोम जिसमें अच्छे जीवाणु भी होते हैं, वह अधिक व्यायाम करने के लिए प्रेरित करते हैं। ऐसे में वैज्ञानिक भी जानना चाहते हैं कि क्या मनुष्यों में ऐसा होता है?
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चूहों पर हुए अध्ययन से वैज्ञानिकों को पता चला है कि जो चूहे ज्यादा सक्रिय होते हैं। उनके पेट में अच्छे जीवाणुओं (गुड माइक्रोबायोम) की संख्या ज्यादा होती है। यही दिमाग को संकेत देते हैं जिससे सक्रियता बढ़ती है।
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व्यायाम क्यों जरूरी है?
नियमित स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम सबसे अच्छा माध्यम है। नियमित व्यायाम से कई बीमारियों का खतरा टल जाता है। लेकिन फिर देखा जाता है कि 80% से अधिक वयस्क प्रति सप्ताह 150 मिनट (रोज 30 मिनट) भी व्यायाम नहीं कर पाते हैं। अध्ययनों में देखा गया है कि नियमित 30 मिनट व्यायाम से समय से पहले होने वाली मौतें, कोरोनरी हृदय रोग, टाइप-2 मधुमेह, स्तन कैंसर, पेट के कैंसर के होने की प्रवृति को 50% तक कम किया जा सकता है। कई अन्य बीमारियों से भी बचाव संभव है।
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पूरे शरीर में मौजूद होते हैं अच्छे जीवाणु
माइक्रोबायोम में मौजूद अच्छे जीवाणु पूरे शरीर में होते हैं। कई शोधों में पाया गया है कि अच्छे माइक्रोबायोम वजन नियंत्रित रखते हैं। यह आंतों को सुरक्षित रखने के साथ ब्रेन हैल्थ, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल का स्तर आदि भी ठीक रखते हैं। जब व्यक्ति स्वस्थ रहता है तो एक्टिव रहता है। ऐसे में संभावना हो सकती है कि माइक्रोबायोम से फिट रहने का संदेश ब्रेन को मिलता हो। इसके बाद व्यक्ति व्यायाम के लिए प्रेरित होता हो।