आईवीएफ उपचार के दौरान भूमध्यसागरीय आहार अपनाने से महिलाओं के गर्भवती होने की संभावना बढ़ सकती है। ऐसा एक नए अध्ययन में पाया गया है। इस आहार में फल, सब्जियां, नट्स और फलियां अधिक मात्रा में शामिल हैं।
पहले से असफल आईवीएफ उपचार के बाद महिलाओं के लिए अक्सर सहायक उपचार दिए जाते हैं, लेकिन ये सप्लीमेंट्स हमेशा कारगर नहीं होते। इस अध्ययन में नौ आम सप्लीमेंट्स की जांच की गई और पाया गया कि उनके प्रभाव असंगत और कमजोर हैं।
कौन-सी चीजें डाइट में शामिल करें
अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि भूमध्यसागरीय आहार आईवीएफ के लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। इसमें शामिल फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन भ्रूण के विकास और गर्भावस्था की संभावना बढ़ाते हैं। इस आहार में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दाल, मेवा, मछली और जैतून का तेल ज्यादा लिया जाता है, जबकि प्रोसेस्ड फूड्स कम खाए जाते हैं।
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मुख्य बातें
- आईवीएफ के दौरान भूमध्यसागरीय आहार अपनाने से सफलता की संभावना बढ़ सकती है।
- यह आहार फल, सब्जियां, नट्स और फलियां पर आधारित है।
- आहार का इस्तेमाल कम फायदेमंद और अक्सर घटिया पाया गया।
- कुछ पूरक, जैसे कोक्यू-10 और डीएचईए, कम प्रतिक्रिया वाले मामलों में सहायक हो सकते हैं।
अध्ययन के प्रमुख लेखक प्रोफेसर रॉजर हार्ट ने कहा कि अगर कोई महिला आईवीएफ करा रही है तो वह सीधा भूमध्यसागरीय आहार (Mediterranean diet) अपना सकती है। अगर पिछले आईवीएफ उपचार असफल रहे हों तो गर्भधारण के लिए कोएंजाइम Q10 और डीएचईए सप्लीमेंट लेने से भी फायदा हो सकता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड भी कुछ मामलों में भ्रूण के विकास और गर्भावस्था की संभावना बढ़ा सकते हैं। इस तरह से सरल और प्राकृतिक तरीके से आईवीएफ उपचार के सफल होने की संभावना बढ़ाई जा सकती है।