आरोग्य इंडिया के इस सेग्मेंट में आज हम बात करेंगे न्यूरो से जुड़ी समस्याओं, उनके कारण और उनसे जुड़े उपचार के बारे में. इनकी जानकारियां आपको देंगे प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन डॉ. डीके वत्सल. ये आसान भाषा में समझायेंगे कि आखिर न्यूरो से जुड़ी कौन-कौन सी समस्याएँ होती हैं और कैसे इनसे बचा जा सकता है.
सवाल- सबसे पहले समझते हैं Neuro Developmental Disorders क्या होते हैं और इनका ट्रीटमेंट किस तरह से किया जाता है?
जवाब- इस बारे में डॉक्टर बताते हैं कि न्यूरो डेवलपमेंट डिसऑर्डर, तब होता है जब बच्चा पेट में होता है तो उस दौरान कुछ कमियां आ जाती हैं जैसे फोलिक एसिड की कमी. अगर न्यूरो डेवलपमेंट डिसऑर्डर को रोकना है तो आपको प्रेगनेंसी कंसीव करने से पहले फोलिक एसिड को गोली खाना चाहिए. प्रेगनेंसी कंसीव करने से 2 महीना पहले अगर महिला को रोज 1 गोली खिलाई जाये तो इस बीमारी के होने के चांसेंज लगभग खत्म हो जाते हैं. फिर भी अगर प्रेगनेंसी में बच्चे को यह बीमारी हो जाती है एकटिफा टेस्ट से यह पता चल जाता है.
सवाल- अब जान लेते हैं कि आखिर युवाओं में ब्रेन हम्रेज के केसेज में इतना इजाफा क्यों हो रहा है और कैसे इससे बचा जा सकता है?
जवाब- अगर खान-पान पर ठीक से ध्यान दिया जाये तो और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहे तो ऐसी बीमारी को होने से रोका जा सकता है. कुछ ब्रेन हैंम्रेज युवावस्था में पैदाइशी भी होते हैं.
सवाल- क्या कोरोना के बाद से ब्रेन हैम्रेज से जुड़े केसेज बढ़ गए हैं?
जवाब- कोरोना से इसका काफी रिलेशन है क्योंकि कोविड के समय एथ्रोजेनेसिटी मतलब ब्लड का कॉग्लेशन बढ़ जाता है, नसें कमजोर हो जाती हैं. जिसके कारण इस तरह की समस्याएं आती हैं.
अब जानते हैं पैरालिसिस अटैक के बारे में वो बातें जो आपके बड़े ही काम की हैं. डॉ. डीके वत्सल के मुताबिक, आमतौर पर जब हमारे दिमाग में खून की नसों के अंदर खून जम जाये. इसे ही पैरालिसिस या स्ट्रोक बोला जाता है. खून जमने के कारण कोलेस्ट्रॉल होता है, डायबिटीज होता है, ब्लड प्रशर होता है. इसका इलाज हम समय से करें तो स्ट्रोक की काफी हद तक ठीक हो सकता है.