Actor Saif Ali Khan की रीढ़ की हड्डी पर लगी गहरी चोट, जानें कितनी खतरनाक हो सकती है Spinal Injury?

बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर चाकू से छह वार किए गए, जिस कारण उनकी रीढ़ की हड्डी और गर्दन पर गहरी चोट आई है। बताया जा रहा है कि एक्टर की रीढ़ की हड्डी से 2.5 इंच चाकू का टुकड़ा निकाला गया। बता दें कि रीढ़ की हड्डी में हुआ घाव आपकी बॉडी और सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
स्पाइनल कॉर्ड इंजरी (Spinal Cord Injury) सुन्नता का कारण भी बन सकती है। रीढ़ की हड्डी में गहरी चोट लगने की वजह से पैरालिसिस भी हो सकता है। इस तरह की इंजरी ब्लड वेसल्स और नर्व्स को भी डैमेज कर सकती है। इतना ही नहीं रीढ़ की हड्डी में ज्यादा गंभीर चोट लगने के कारण बॉडी के अंदर ब्लीडिंग भी हो सकती है। सेहत और शरीर को पहुंचने वाले नुकसान चोट की गंभीरता पर निर्भर करते हैं।

शरीर का जरूरी हिस्सा है रीढ़ की हड्डी
रीढ़ की हड्डी यानी स्पाइनल कॉर्ड शरीर का जरूरी हिस्सा है। बता दें कि रीढ़ की हड्डी दिमाग से शरीर के बाकी अंगों तक मैसेज पहुंचाने का काम करती है। अगर रीढ़ की हड्डी में हल्की-फुल्की चोट लगी है तो आपको कमजोरी महसूस हो सकती है या फिर सेंसेशन लॉस हो सकता है।
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मजबूत बनाएं रीढ़ की हड्डी
गलत पॉश्चर में बैठना, जरूरत से ज्यादा स्ट्रेस लेना, लंबे समय तक बैठे रहना, बिल्कुल एक्सरसाइज न करना, इस तरह के फैक्टर्स की वजह से रीढ़ की हड्डी पर बुरा असर पड़ सकता है। अगर आप अपनी रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाना चाहते हैं तो आपको स्ट्रेस मैनेज करना, सही पॉश्चर में बैठना, रेगुलरली एक्सरसाइज करना, इस तरह की आदतों को नियम से फॉलो करने की कोशिश करनी चाहिए। इसके अलावा कैल्शियम और विटामिन डी रिच फूड आइटम्स भी आपकी रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने में कारगर साबित हो सकते हैं।
रीढ़ की हड्डी को सुरक्षित रखने के लिए सेरेब्रोस्पाइनल फ्लूइड से ढका जाता है
रीढ़ की हड्डी को सुरक्षित रखने के लिए रीढ़ की हड्डी को सेरेब्रोस्पाइनल फ्लूइड (CSF) से ढका जाता है। यह फ्लूइड ड्यूरोमीटर नामक प्लास्टिक की परत से ढका होता है। जब कोई चोट लगती है जैसे कि सैफ अली खान के मामले में छुरा घोंपना तो इससे ड्यूरल टियर हो सकता है, जहां ड्यूरा जो अन्यथा एक कठोर सुरक्षात्मक झिल्ली होती है या फट जाती तो फिर दिक्कत होती है। यह टियर सेरेब्रोस्पाइनल फ्लूइड (CSF) लीक का कारण बन सकता है, जिसे अक्सर लिक्विड जैसा डिस्चार्ज होने लगता है।

स्पाइनल फ्लूइड लीकेज होने के कारण बढ़ जाता है इंफेक्शन का खतरा
डॉक्टर के मुताबिक, यह लीक खतरनाक है क्योंकि इससे रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क दोनों में संक्रमण फैलने का खतरा होता है। इसे मेनिन्जाइटिस के रूप में जाना जाता है, जो जानलेवा हो सकता है। मेनिन्जाइटिस के अलावा CSF लीक से एराक्नोइडाइटिस भी हो सकता है, जिससे सिरदर्द, दौरे और कुछ मामलों में लकवा हो सकता है। मामूली लीक के मामले में इलाज करीब आठ से 10 दिनों की दवा की जरूरत पड़ती है। हालांकि, सीएसएफ रिसाव के बड़े मामले में फटे हुए हिस्से को सील करना ज़रूरी होता है। इस प्रक्रिया को ड्यूराप्लास्टी या ड्यूरल क्लोजर कहा जाता है और यह सीएसएफ रिसाव के लिए जरूरी इलाज है।