Hina Khan Diagnosed With Mucositis: एक्ट्रेस हिना खान का ब्रेस्ट कैंसर का इलाज जारी है। बता दें कि एक्ट्रेस ने जून में स्टेज 3 के ब्रेस्ट कैंसर होने की खबर दी थी और तभी से वे इसका इलाज करा रही हैं। सोशल मीडिया पर एक्ट्रेस हिना खान लगातार अपने इलाज को लेकर अपडेट भी देती रहती हैं। अब उन्होंने एक नई जानकारी साझा की है, हिना खान ने अपने इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर करते हुए बताया कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर के इलाज की वजह से एक गंभीर साइड इफेक्ट् का सामना करना पड़ रहा है। कीमोथेरेपी की वजह से उन्हें म्यूकोसाइटिस से जूझना पड़ रहा है। अब सवाल यह उठता है कि म्यूकोसाइटिस है क्या?
म्यूकोसाइटिस कैंसर के इलाज के दौरान होने वाली एक सामान्य जटिलता है। यह मुंह, गले या आंतों की श्लेष्म झिल्ली (mucous membrane) में सूजन और छाले का कारण बनता है। इस रोग का सबसे ज्यादा असर उन रोगियों पर होता है, जो कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी का इलाज करा रहे होते हैं।
बोलने, खाने और पीने में होती है कठिनाई | Hina Khan Diagnosed With Mucositis
म्यूकोसाइटिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की श्लेष्म झिल्ली में सूजन आ जाती है, जो मुख्य रूप से मुहं, गले, पेट और आंतों में होती है। आपको बता दें कि श्लेष्म झिल्ली एक पतली परत होती है जो शरीर की आंतरिक सतहों की सुरक्षा करती है। जब यह परत क्षतिग्रस्त हो जाती है, तो संक्रमण और सूजन की संभावना बढ़ जाती है। म्यूकोसाइटिस के दौरान मुंह में छाले, घाव, और दर्द होता है, जिससे बोलने, खाने और पीने में कठिनाई होती है।
किस वजह से होता है म्यूकोसाइटिस | Hina Khan Diagnosed With Mucositis
- कीमोथेरेपी: कीमोथेरेपी दवाओं का उद्देश्य तेजी से बढ़ने वाली कैंसर कोशिकाओं को मारना होता है, लेकिन ये दवाएं श्लेष्म झिल्ली की स्वस्थ कोशिकाओं को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे म्यूकोसाइटिस हो सकता है।
- रेडियोथेरेपी: रेडियोथेरेपी से मुंह और गले के क्षेत्र की कोशिकाएं प्रभावित होती हैं, जिससे म्यूकोसाइटिस का खतरा बढ़ जाता है।
- संक्रमण: वायरस, बैक्टीरिया या फंगस संक्रमण भी म्यूकोसाइटिस को जन्म दे सकते हैं।
- प्रतिकूल दवाएं: कुछ एंटीबायोटिक्स और इम्यूनोसप्रेसिव दवाएं श्लेष्म झिल्ली को कमजोर कर सकती हैं, जिससे म्यूकोसाइटिस हो सकता है।
- पोषण की कमी: विटामिन और मिनरल्स की कमी, खासकर विटामिन B और फोलेट की कमी, म्यूकोसाइटिस को बढ़ा सकती है।
क्या है इस बीमारी के लक्षण | Hina Khan Diagnosed With Mucositis
- शुरुआती चरणों में मुंह में दर्दनाक छाले दिखाई देने लगते हैं।
- श्लेष्म झिल्ली में सूजन आ जाती है, जिससे मुंह और गले में जलन महसूस होती है।
- गंभीर मामलों में, श्लेष्म झिल्ली से खून बहने लगता है, जो संक्रमण का खतरा बढ़ाता है।
- खाने-पीने, निगलने और बोलने में अत्यधिक दर्द होता है।
- श्लेष्म झिल्ली की रक्षा क्षमता कम हो जाती है। इससे बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
कैसे हो सकता है म्यूकोसाइटिस का उपचार | Hina Khan Diagnosed With Mucositis
म्यूकोसाइटिस के लक्षणों को नियंत्रित करने और संक्रमण से बचने के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं। इसमें दर्द को कम करने के लिए दवाएं दी जाती हैं। यदि म्यूकोसाइटिस के कारण संक्रमण होता है, तो एंटीबायोटिक्स, एंटीफंगल, और एंटीवायरल दवाओं का उपयोग किया जाता है। मरीज को अधिक से अधिक पानी पीने की सलाह दी जाती है ताकि श्लेष्म झिल्ली हाइड्रेटेड रहे और घाव जल्दी भरें। म्यूकोसाइटिस के दौरान खाने-पीने में कठिनाई होती है, इसलिए पोषक तत्वों को बनाए रखने के लिए लिक्विड डाइट और सप्लीमेंट दिए जाते हैं।