Birth Control Pills: गर्भनिरोधक दवाओं से बढ़ता है महिलाओं का वजन!

Birth Control Pills: अपनी सुरक्षा के लिए महिलाएं लंबे समय से गर्भनिरोधक दवाइयों का उपयोग करती आ रही हैं. लेकिन गर्भनिरोधक गोलियों को लेकर हमेशा से ही सवाल खड़े होते रहे हैं. कई लोग कहते हैं कि इससे शारीरिक संबंध बनाने की क्षमता कम हो जाती है, तो कई लोगों का तर्क यह रहता है कि इससे शादियां बर्बाद हो जाती हैं. अब इसमें एक नया सवाल खड़ा हो गया है कि इससे महिलाओं में मोटापा बढ़ रहा है.
इसको लेकर शिकायतें आ रही हैं कि जो महिलाएं लगातार गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग कर रही हैं, उनको मोटापे की शिकायत हो रही है. यही कारण है कि बहुत सी महिलाएं इसका उपयोग करने से हिचकिचा रही हैं. चलिए आपको बताते हैं कि क्या सच में गर्भनिरोधक गोलियों के उपयोग से महिलाओं में वजन बढ़ रहा है.
क्या सच में बढ़ रहा है वजन? | Birth Control Pills
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक इस पर जितने भी रिसर्च किए गए हैं, कहीं भी यह नहीं मिला है कि इससे वजन बढ़ रहा है. अगर सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की बात करें, तो वे कंबाइंड होर्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिव्स हैं, जिनमें एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टिन दोनों हार्मोन होते हैं. इसमें पिल, पैच और रिंग शामिल हैं. इस बात के बहुत कम सबूत मिलते हैं कि इनसे मोटापा बढ़ता है. अमेरिका की ओहायो यूनिवर्सिटी की मारिया गैलो बताती हैं कि यह इंसान का खुद का विचार है कि इससे वजन बढ़ता है. इंसान का वजन लगभग हर साल औसतन आधा किलो बढ़ता है. इसकी शुरुआत एडल्ट होते ही हो जाती है. ऐसे में इस बीच अगर कोई दवा का उपयोग करता है, तो वह इसकी सारी जिम्मेदारी दवा पर डाल देता है कि दवा खाने से वजन बढ़ रहा है.
क्या कहती है रिपोर्ट? | Birth Control Pills
अमेरिका की Cochrane Database of Systematic Reviews में पब्लिश एक रिसर्च में 49 क्लिनिकल ट्रायल्स की एक रिपोर्ट तैयार की गई. इन रिसर्च में गर्भनिरोधक दवा के उपयोग से वजन बढ़ने का प्रमाण बहुत कमजोर मिला. अगर इसको सरल शब्दों में समझा जाए, तो यह कहना गलत होगा कि इससे महिलाओं का वजन बढ़ता है. Reproductive Access Project के अनुसार, ज्यादातर रिसर्च इस मिथक को खारिज करते हैं.
हालांकि एक्सपर्ट्स के अनुसार, इन दवाओं का असर महिलाओं पर जरूर होता है, लेकिन मोटापे के तौर पर हो, यह जरूरी नहीं है. जैसे कि 2009 में टेक्सास की ए ऐंड एम यूनिवर्सिटी के स्टीवेन रीचमैन ने इसके उपयोग से महिलाओं की मांसपेशियों पर असर देखा. इन सब डर के बीच ज्यादातर महिलाओं का मानना है कि इतना रिस्क लिया जा सकता है, क्योंकि वे बिना किसी डर के शारीरिक संबंध बना सकती हैं.