Breast Feeding After Delivery: ब्रेस्ट फीडिंग कर रहीं और पीरियड्स समय पर नहीं आ रहा, जानिए इसके बारे में सबकुछ

Breast Feeding After Delivery: डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं. उनमें से एक है पीरियड्स का समय पर न आना. कई बार महिलाएं सोचती हैं कि यह कोई बीमारी है या हार्मोनल समस्या. लेकिन असल में यह एक सामान्य प्रक्रिया है, खासकर अगर महिला ब्रेस्ट फीडिंग कर रही हो. प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के बाद महिला का शरीर रिकवरी मोड में रहता है. इस दौरान शरीर में प्रोलैक्टिन (Prolactin) नाम का हार्मोन बढ़ जाता है. यही हार्मोन दूध बनाने के लिए जिम्मेदार है. मेडिकल रिसर्च के अनुसार, ज्यादा ब्रेस्ट फीडिंग करने से प्रोलैक्टिन का लेवल हाई रहता है. यह हार्मोन ओव्यूलेशन यानी एग रिलीज होने की प्रक्रिया को रोक देता है. जब एग रिलीज नहीं होगा, तो पीरियड्स भी नहीं आएंगे.
फीडिंग और पीरियड्स के बीच में कनेक्शन | Breast Feeding After Delivery
अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्सटेट्रिशियन्स एंड गायनेकोलॉजिस्ट्स (ACOG) की गाइडलाइन के मुताबिक, अगर महिला पूरी तरह से ब्रेस्ट फीडिंग कर रही है तो पीरियड्स 6 महीने या उससे भी ज्यादा देर तक नहीं आ सकते. कुछ केस में यह एक साल तक भी डिले हो सकता है. अगर महिला फीडिंग कम करती है या फॉर्मूला मिल्क देती है तो पीरियड्स जल्दी आ सकते हैं. यह खतरनाक नहीं है. यह शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया है. ब्रेस्ट फीडिंग करने वाली महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के कारण ओव्यूलेशन देर से शुरू होता है, इसलिए पीरियड्स भी देर से आते हैं. हालांकि, अगर डिलीवरी के 1 साल बाद भी पीरियड्स नहीं आते हैं, या पेट में दर्द, ब्लीडिंग या अन्य लक्षण हैं तो डॉक्टर से जरूर मिलें.
क्या इस दौरान प्रेग्नेंसी हो सकती है? | Breast Feeding After Delivery
कई लोग मानते हैं कि जब तक पीरियड्स नहीं आते तब तक प्रेग्नेंसी नहीं हो सकती. लेकिन यह सच नहीं है. ओव्यूलेशन पीरियड्स से पहले हो सकता है, इसलिए बिना प्रोटेक्शन के सेक्स करने से प्रेग्नेंसी का रिस्क रहता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, ब्रेस्ट फीडिंग के बावजूद अगर आप प्रेग्नेंसी नहीं चाहतीं तो डॉक्टर से कंसल्ट करके बर्थ कंट्रोल का इस्तेमाल करें.
ब्रेस्ट फीडिंग के फायदे | Breast Feeding After Delivery
ब्रेस्ट फीडिंग न केवल बच्चे के लिए फायदेमंद है बल्कि मां के लिए भी है. यह बच्चे की इम्यूनिटी बढ़ाता है और मां के लिए यूटेरस के सिकुड़ने में मदद करता है. साथ ही यह नेचुरल तरीके से पीरियड्स को डिले करता है, जिससे शरीर को रिकवर करने का समय मिलता है. डिलीवरी के बाद पीरियड्स का लेट होना एक नॉर्मल प्रोसेस है, खासकर अगर आप ज्यादा ब्रेस्ट फीडिंग कर रही हैं. यह हार्मोनल बदलाव की वजह से होता है और खतरनाक नहीं है. लेकिन अगर बहुत लंबे समय तक पीरियड्स नहीं आते, तो डॉक्टर से चेकअप कराना जरूरी है.