आपके किसी को बर्नआउट हो जाता है तो कई परेशानियां बढ़ जाती हैं। बर्नआउट लंबे समय तक तनाव में रहने से होता है, जिससे आपकी सेहत तक खराब हो सकती है। इसके लिए पहला जरूरी कदम है कि डॉक्टर को दिखाएं ताकि वो बता सकें कि बर्नआउट है या नहीं।
जर्मनी की एक डॉक्टर का कहना है कि सबसे जरूरी है कि पहले आप परेशानी को समझें। उनका कहना है कि आप चाहें तो बर्नआउट के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं और डॉक्टर से बात कर सकते हैं।
बर्नआउट से होने वाली समस्याएं
बर्नआउट से पीड़ित लोग अक्सर चिड़चिड़े हो जाते हैं और दूसरों से बुरा बर्ताव करते हैं। इससे उनके आसपास के लोग भी परेशान हो सकते हैं। साथ ही वो अकेले रहना पसंद करते हैं। लेकिन इसे उनका गुस्सा ना समझें, बल्कि बर्नआउट की निशानी समझें।
कुछ लोग सोचते हैं कि बर्नआउट से पीड़ित लोगों को बहुत संभाल कर रखना चाहिए। पर ऐसा करना फायदेमंद नहीं होता। दरअसल, ऐसा करने से उन्हें और परेशानी हो सकती है। आप उनकी सारी जिम्मेदारियां खुद संभालने लगते हैं लेकिन बर्नआउट से पीड़ित लोग अक्सर अपनी जिम्मेदारियों से ही अपना महत्व समझते हैं। इसलिए उन्हें जिम्मेदारियां लेने से रोकना ठीक नहीं होता।
बर्नआउट के कुछ लक्षण थकावट जैसे ही होते हैं जो डिप्रेशन में भी होते हैं। इसलिए जरूरी है कि किसी अच्छे डॉक्टर या मनोचिकित्सक से इलाज कराएं।