World Cancer Day 2025: कैंसर, वैश्विक स्तर पर हमारी सेहत के लिए बड़ा खतरा रहा है। हृदय रोगों के बाद ये दूसरी बड़ी बीमारी है जिसके कारण सबसे अधिक लोगों की मौत हो रही है। आमतौर पर माना जाता रहा है कि उम्र बढ़ने के साथ आपमें कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है पर क्या आप जानते हैं कि युवा आबादी यहां तक कि बच्चे भी इसका तेजी से शिकार होते जा रहे हैं? इसमें कोई संदेह नहीं है कि कैंसर जानलेवा है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की रिपोर्ट से पता चलता है कि अकेले अमेरिका में ही कई प्रकार के कैंसर के कारण हर साल 6-7 लाख लोगों की मौत हो जाती है।
इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ-एसईएआर) ने एक हालिया अध्ययन की रिपोर्ट में बताया कि पिछले कुछ वर्षों में दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में कैंसर के मामलों में काफी तेजी से वृद्धि हुई है। अगर यही गति जारी रहती है तो साल 2050 तक इस क्षेत्र में नए कैंसर के मामलों और इसके कारण मौत में 85 प्रतिशत तक की वृद्धि हो सकती है। दुनियाभर में कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम, पहचान और उपचार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हर साल 4 फरवरी विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। आइए वैश्विक स्तर पर सबसे खतरनाक और जानलेवा कैंसर के बारे में जानते हैं जिसके कारण स्वास्थ्य क्षेत्र पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है।
इन कैंसर की वजह से हो रही सबसे ज्यादा मौतें | World Cancer Day 2025
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, साल 2020 में दुनियाभर में सबसे ज्यादा लोगों की मौत का कारण बनने वाले तीन कैंसर- फेफड़े का कैंसर (18 लाख मौतें), कोलोरेक्टल कैंसर (9.16 लाख मौतें) और लिवर कैंसर (8.30 मौतें) हैं। प्रोस्टेट कैंसर और स्तन कैंसर के साथ पिछले कुछ वर्षों में सर्वाइकल कैंसर के मामलों में भी तेजी से वृद्धि हुई है। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी में कैंसर निगरानी अनुसंधान की वरिष्ठ वैज्ञानिक निदेशक रेबेका सीगल कहती हैं, सबसे घातक प्रकार के कैंसर में फेफड़े, कोलन और अग्नाशय का कैंसर भी शामिल हैं। कुछ प्रकार के कैंसर महिलाओं-पुरुषों को अलग-अलग प्रकार से प्रभावित करते हैं। उदाहरण के लिए, लिवर कैंसर पुरुषों में शीर्ष 5 घातक कैंसर में से एक है, लेकिन महिलाओं में नहीं।
तेजी से बढ़ता जा रहा लंग्स कैंसर | World Cancer Day 2025
फेफड़े का कैंसर दुनियाभर में तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस कैंसर की गंभीर बात ये है कि ज्यादातर लोगों में इसका पता ही तब चल पाता है जब ये बीमारी अपने उन्नत चरणों में पहुंच जाती है। यही कारण है कि लंग्स कैंसर के कारण सबसे ज्यादा लोगों की जान भी जा रही है। धूम्रपान को फेफड़ों के कैंसर का सबसे आम कारण माना जाता रहा है। द लैंसेट रेस्पिरेटरी मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में धूम्रपान न करने वालों में भी लंग्स कैंसर के बढ़ते मामलों को लेकर अलर्ट किया गया है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इसके लिए बढ़ता वायु प्रदूषण एक प्रमुख कारक हो सकता है।
कोलोरेक्टल कैंसर का जोखिम | World Cancer Day 2025
कोलोरेक्टल कैंसर दुनियाभर में तेजी से बढ़ते कैंसर का प्रकार है जिसको लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को अलर्ट करते हैं। मेडिकल रिपोर्ट्स से पता चलता है कि आमतौर पर शुरुआती चरणों में इसके लक्षण बहुत कम या बिलकुल नहीं दिखते हैं। अगर समय रहते इसका पता चल जाए, तो इसका इलाज संभव है और रोगी की जान बचने की संभावना भी बढ़ जाती है। साल 2022 में 9 लाख से अधिक लोगों की इस कैंसर से मौत हुई। प्रतिवर्ष प्रति एक लाख पुरुषों और महिलाओं में इसकी मृत्युदर 12.9 थी।
लिवर कैंसर बनता जा रहा है बड़ा खतरा | World Cancer Day 2025
लिवर कैंसर का जोखिम पिछले दो दशकों में तेजी से बढ़ा है। साल 2020 में दुनियाभर में लिवर कैंसर से लगभग 830,200 लोगों की मौत हुई। यह उस साल कैंसर से होने वाली सभी मौतों का लगभग 8.3% था। यकृत कैंसर कई कारणों से हो सकता है जिसमें दीर्घकालिक संक्रमण, खान-पान की अस्वास्थ्यकर आदतें और आनुवंशिक विकार शामिल हैं। अध्ययनों में अल्कोहल को भी इस गंभीर कैंसर के लिए जिम्मेदार बताया गया है।
महिलाओं में स्तन कैंसर के मामले | World Cancer Day 2025
साल 2022 में दुनिया भर में स्तन कैंसर से 6.70 लाख महिलाओं की मृत्यु हो गई। स्तन कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर है, जो दुनिया के हर देश में महिलाओं को प्रभावित करता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं इस कैंसर के खतरे से बचे रहने के लिए 20 साल से अधिक उम्र की सभी महिलाओं को नियमित रूप से स्तन की जांच करते रहना चाहिए। अगर आपको स्तन में कोई गांठ, असामान्य घाव या स्राव की समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।