इन आदतों के कारण तेजी से बढ़ती है कब्ज की समस्या, Doctor से जानें बचने के उपाय

कब्ज (Constipation) एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है, जो पेट की आंतों में सूजन, गैस, दर्द और मल त्याग में कठिनाई के रूप में सामने आती है। यह परेशानी हमारी लाइफस्टाइल, खानपान और मानसिक स्थिति की वजह से बढ़ सकती है। अगर सही समय पर ध्यान न दिया जाए तो कब्ज गंभीर रूप ले सकता है। कुछ आदतें हैं, जिनकी वजह से कब्ज की परेशानी तेजी से बढ़ सकती है।
कब्ज की बीमारी को लेकर दिसंबर के महीने में जागरूकता बढ़ाने के लिए कॉन्स्टिपेशन अवेयर मंथ (Constipation Aware Month) का अभियान चलाया जाता है। विभु नर्सिंग होम में फिजिशियन व सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर विभु क्वात्रा का कहना है कि हम अपनी जीवनशैली, आहार और मानसिक स्थिति में बदलाव करके कब्ज की परेशानी से राहत पा सकते हैं। पहले जान लेते हैं कि हम किन आदतें के कारण कब्ज की समस्या का शिकार होते हैं और उनमें कैसे सुधार लाएं?

पानी कम पीना
पानी शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक है और मल त्याग के लिए यह बहुत मददगार होता है। जब शरीर में पानी की कमी होती है तो आंतों से पानी अवशोषित होने लगता है, जिससे मल सख्त हो जाता है और बाहर निकलने में कठिनाई होती है। इसलिए, प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए, जिससे मल नरम बना रहे और आसानी से बाहर निकल सके।
फाइबर की कमी
आहार में फाइबर की कमी कब्ज का मुख्य कारण बन सकती है। फाइबर आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और मल को नरम बनाए रखता है। ताजे फल, सब्जियां, दलहन, साबुत अनाज, आदि में फाइबर की अधिक मात्रा पाई जाती है। अगर आहार में इन चीजों का सेवन कम हो तो कब्ज की समस्या बढ़ सकती है।
शारीरिक गतिविधियों की कमी
शारीरिक गतिविधि की कमी भी कब्ज को बढ़ावा देती है। जब हम शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं रहते हैं तो आंतों की गति धीमी हो जाती है, जिससे मल का निष्कासन कठिन हो जाता है। नियमित व्यायाम, योग, या फिर हर दिन थोड़ा चलना कब्ज से बचने में मदद करता है।
आहार में असंतुलन की समस्या
तेल, मसालेदार और तला-भुना भोजन कब्ज को बढ़ा सकते हैं। इन पदार्थों के कारण आंतों में सूजन और गैस का निर्माण होता है, जिससे मल त्याग में कठिनाई होती है। उच्च वसा वाले भोजन से भी कब्ज की समस्या हो सकती है। इसलिए, संतुलित आहार का पालन करना चाहिए, जिसमें प्रोटीन, फाइबर, और विटामिनों का सही संतुलन हो।

भोजन का समय और तरीका
प्रतिदिन समय पर भोजन करना बहुत महत्वपूर्ण है। जब हम असमय भोजन करते हैं या अत्यधिक खाना खाते हैं तो पाचन प्रक्रिया पर बुरा असर पड़ता है। खाने के बाद थोड़ा समय आराम से बिताना और भोजन को ठीक से चबाकर खाना भी जरूरी है।
मानसिक तनाव और चिंता
मानसिक तनाव और चिंता भी कब्ज का कारण बन सकते हैं। तनाव के दौरान शरीर का पाचन तंत्र धीमा हो जाता है, जिससे मल त्याग में कठिनाई होती है। योग और ध्यान के माध्यम से मानसिक तनाव को कम किया जा सकता है, जो कब्ज की समस्या में राहत प्रदान करता है।
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समय पर मल त्याग न करना
कभी-कभी हम मल त्याग की आवश्यकता होने पर उसे टाल देते हैं। ऐसा करना कब्ज की समस्या को बढ़ावा देता है। जब शरीर को मल त्याग की आवश्यकता हो तो उसे तुरंत पूरा करना चाहिए।
कैसे करें इस समस्या में सुधार?
डॉक्टर विभु बताते हैं कि कब्ज से राहत पाने के लिए सबसे पहले आहार और जीवनशैली में बदलाव लाना जरूरी है। पानी का सेवन बढ़ाना, फाइबर युक्त आहार खाना, नियमित व्यायाम करना, मानसिक तनाव से बचना और सही समय पर मल त्याग करना इन समस्याओं का समाधान हो सकते हैं। कब्ज को नजरअंदाज करना लंबे समय में और भी गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है, इसलिए यह जरूरी है कि इस पर समय रहते ध्यान दिया जाए।