ठंड के मौसम में अधिकतर लोग खांसी और जुकाम से परेशान रहते हैं। अगर ठंड के मौसम में बारिश हो जाए तो लोग तेजी से वायरल बीमारियों, सर्दी-जुकाम और खांसी की चपेट में आ जाते हैं। खांसी की वजह से छाती में बलगम जम जाता है, जिससे परेशानी और भी बढ़ जाती है। कई बार सीने में जकड़न के कारण सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है।
अगर लंबे समय तक फेफड़ों में संक्रमण रहता है तो इससे निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। कई बार छाती में बलगम इतना जम जाता है कि रात को चैन से सोना मुश्किल हो जाता है। अगर आपकी छाती में बलगम जम गया है और आपको सर्दी-खांसी हो रही है तो तुरंत यह देसी काढ़ा बनाकर पी लें। इससे आपको काफी आराम मिलेगा।

देसी काढ़ा बनाने के लिए जरूरी सामान
अजवाइन-3 चम्मच
लहसुन की कलियां-
लौंग- 2
काली मिर्च- 2
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देसी काढ़ा बनाने की विधि
काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन लें।
एक बड़े गिलास में पानी भरकर पैन में डालें।
अब पैन को गैस पर रखें।
पैन में 3 चम्मच अजवाइन और 2 लहसुन की कलियां डालें।
कुछ देर बाद इसमें पिसी हुई लौंग और काली मिर्च डालें।
अब इस पानी को अच्छे से पकने दें।
जब काढ़ा उबलकर आधा हो जाए तो गैस की आंच बंद कर दें।
अब काढ़े को छान लें और चाहें तो इसमें थोड़ा सा नमक भी मिला सकते हैं।
अब इस काढ़े को दिन में दो बार पिएं।

देसी काढ़ा पीने के फायदे
देसी काढ़े को दिन में सिर्फ दो बार पीने से आपकी सर्दी-खांसी दूर हो जाएगी। साथ ही गले की खराश से भी राहत मिलेगी।
काढ़ा पीने से न सिर्फ छाती में जमा बलगम साफ होता है, बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से आप सर्दी-खांसी और मौसमी बीमारियों की चपेट में नहीं आते।