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मुंह खोलकर तो नहीं सोते आप? ये इस बीमारी के लक्षण हैं!

Sleeping Issues: मुंह खोलकर सोना कई बार लोगों की आदत बन जाती है. लेकिन यह केवल आदत नहीं, बल्कि किसी बीमारी या स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है. सामान्य रूप से हमें सोते समय नाक से सांस लेनी चाहिए. लेकिन अगर नाक बंद हो या सांस लेने में परेशानी हो, तो व्यक्ति मुंह से सांस लेने लगता है. नाक और मुंह दोनों ही हमारे शरीर को ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करते हैं. लेकिन नाक से सांस लेने पर हवा फिल्टर होकर फेफड़ों तक पहुंचती है, जबकि मुंह से सांस लेने पर यह प्रक्रिया ठीक से नहीं होती. लंबे समय तक मुंह खोलकर सोने से गले में सूखापन, बदबू, खराश और दांतों की समस्या हो सकती है.

नाक की हड्डी का टेढ़ा होना | Sleeping Issues 

मुंह खोलकर सोने की एक वजह हो सकती है नाक की हड्डी का टेढ़ा होना, जिसे ‘डेविएटेड सेप्टम’ कहते हैं. इसमें नाक के बीच की दीवार टेढ़ी हो जाती है, जिससे एक नथुना ब्लॉक हो सकता है. इसके अलावा दांतों का गलत तरीके से सेट होना भी मुंह बंद करने में दिक्कत पैदा कर सकता है.

बच्चों में मुंह खोलकर सोने की समस्या | Sleeping Issues

नवजात बच्चे आमतौर पर नाक से सांस लेते हैं. अगर बच्चा सोते समय मुंह खोलकर सांस ले रहा है, तो उसकी नाक बंद हो सकती है या जन्म के समय नाक की हड्डी को चोट लगी हो सकती है. बड़े बच्चों में अचानक मुंह से सांस लेना शुरू हो जाए, तो यह एडेनॉइड्स के बढ़ने का संकेत हो सकता है. एडेनॉइड्स गले के ऊपरी हिस्से में मौजूद छोटे टिश्यू होते हैं, जो 2 से 6 साल की उम्र में सबसे बड़े आकार में होते हैं. इनके सूजने पर सांस लेने में दिक्कत हो सकती है.

Sleeping With Mouth Open: मुंह खोलकर सोते हैं आप? कहीं आपको तो नहीं है ये  बीमारी | DNA HINDI

इलाज और आदत छुड़ाने के तरीके | Sleeping Issues

मुंह खोलकर सोने की आदत छुड़ाने के लिए इसकी वजह का इलाज जरूरी है. अगर नाक बंद रहती है, तो ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें या नमक वाले पानी का नेजल स्प्रे लें. अगर समस्या एलर्जी, अस्थमा या साइनस इंफेक्शन की है, तो उसका इलाज जरूरी है.

माउथ टेपिंग: सोशल मीडिया पर चर्चा | Sleeping Issues

आजकल यूट्यूब और सोशल मीडिया पर डॉक्टर ‘माउथ टेपिंग’ के बारे में बताते हैं. इसमें सोते समय मुंह पर हल्का टेप या सॉफ्ट पैच लगाया जाता है, ताकि नींद में मुंह न खुले और नाक से सांस लेने की आदत बने. एक छोटे अध्ययन में पाया गया कि माउथ टेपिंग से खर्राटे और नींद में सांस रुकने की समस्या कुछ हद तक कम हुई और दिन में नींद आने की परेशानी भी घटी.

Sleeping With Mouth Open: मुंह खोलकर सोते हैं आप? कहीं आपको तो नहीं है ये  बीमारी | DNA HINDI

डॉक्टर की सलाह | Sleeping Issues

माउथ टेपिंग कैसे काम करता है और क्या उपयोगी हो सकता है. साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि यह उपाय केवल उन्हीं लोगों के लिए सुरक्षित है जिनके नाक से सांस लेने पर कोई समस्या नहीं है. यदि किसी को स्लीप एपनिया, नाक की रुकावट या अन्य सांस संबंधी समस्या है, तो माउथ टेपिंग हानिकारक हो सकती है इसलिए अगर आप अक्सर मुंह खोलकर सोते हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें. सही वजह जानने और इलाज के लिए डॉक्टर से सलाह लें.

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