इन 5 लोगों पर आवंला खाने का होता है एकदम उल्टा असर, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे गलती

Best Way To Eat Amla: शरीर के लिएसुपरफ्रूट आंवला बहुत लाभदायक साबित होता है। इसके अंदर संतरे से कई गुना ज्यादा विटामिन सी होता है। कमजोर इम्यूनिटी से लेकर मोटापे तक, कई स्थितियों में इसका सेवन किया जा सकता है। आंवले के रस को आयुर्वेद औषधीय गुणों से भरपूर मानता है। लोग आंवले को कई तरीकों से खाते हैं और इसे खाली पेट कच्चा खाना सबसे अच्छा माना जाता है। लेकिन हर किसी के लिए यह तरीका अच्छा नहीं है। कच्चा आंवले के रस और फ्लेवर काफी तेज होते हैं, जो खाली पेट नुकसान पहुंचा सकते हैं। आज हम उन लोगों के बारे में जानेंगे, जिन्हें कच्चा आंवला नहीं खाना चाहिए या फिर इसका तरीका बदल लेना चाहिए। यह भी पता करेंगे कि वो किस तरह इसका सेवन कर सकते हैं।
ब्लीडिंग डिसऑर्डर है तो संभल जाइए | Best Way To Eat Amla
जब खून में सामान्य तरीके से थक्के नहीं जम पाते तो ब्लीडिंग डिसऑर्डर बन जाता है। इन विकारों में ब्लीडिंग ज्यादा होती है। Pubmed का शोध आंवले को भी anticoagulant बताता है। जिसका काम खून के थक्कों को कम करके खून को पतला करना होता है। ऐसे लोगों को आंवला खाने से बचना चाहिए या फिर एक्सपर्ट से इसकी सही मात्रा व तरीका जान लें। अगर आप किसी सर्जरी को प्लान कर रहे हैं या फिर हाल ही में सर्जरी से गुजरे हैं तो आंवले का सेवन कम कर दें। क्योंकि जैसा कि ऊपर बताया यह खून पतला करने और थक्कों को कम करने का काम करता है। जिसके कारण सर्जरी के दौरान ज्यादा खून बह सकता है।

हाइपोग्लाइसीमिया से पीड़ित लोग भी ध्यान दें | Best Way To Eat Amla
हाइपोग्लाइसीमिया के कारण ब्लड शुगर का स्तर बहुत कम रहता है। ऐसे लोगों को कच्चा आंवला नहीं खाना चाहिए। अगर आप खाना ही चाहते हैं तो आंवले की कैंडी या मुरब्बा का सेवन कर सकते हैं। भोजन के बाद इसे लेना अच्छा हो सकता है। डायबिटीज की भारी दवाएं चलने पर भी ज्यादा आंवला नहीं खाना चाहिए। इससे ब्लड शुगर अचानक बहुत कम हो सकता है। हाई कोलेस्ट्रॉल या ब्लॉकेज के मरीजों को खून पतला करने वाली दवाएं खिलाई जाती हैं। इन लोगों को ज्यादा आंवला नहीं खाना चाहिए। इससे खून ज्यादा पतला हो सकता है। आंवला खाने से पहले डॉक्टर की राय जरूर ले लें।

हाइपरएसिडिटी को गंभीर बनता है आंवला | Best Way To Eat Amla
आंवला की प्रकृति खट्ठी और तीखी होती है। खाली पेट कच्चा आंवला हाइपरएसिडिटी को गंभीर बना सकता है। इन लोगों को आंवला पाउडर का सेवन करना चाहिए या फिर भोजन के बाद थोड़ा खाएं। आंवला में एक रस के अलावा सभी रस मौजूद होते हैं। इसके अंदर नमकीन रस नहीं होता। इसलिए नमक के साथ आंवला को संपूर्ण खाद्य पदार्थ बनाया जा सकता है। इसकी खट्ठास भी थोड़ी कम हो जाएगी।