Eye twitching: अपशगुन नहीं! शरीर में इन चीजों की कमी से फड़कती हैं आंखें

Eye Twitching Reason: अक्सर ऐसा होता है कि जब हमारी आंखें फड़कती हैं तो कुछ लोग इसे शगुन या अपशगुन से जोड़कर देखते हैं। यह एक ऐसा अंधविश्वास है जो भारतीय संस्कृति में सदियों से चला आ रहा है। लेकिन विज्ञान के अनुसार आंखों का फड़कना कोई दैवीय संकेत नहीं है, बल्कि यह हमारे शरीर के अंदर चल रही किसी समस्या का एक सीधा लक्षण हो सकता है।
चिकित्सा विज्ञान में इसे ‘मायोकिमिया’ कहा जाता है, इसमें पलकों की मांसपेशियों में बार-बार और अनियंत्रित रूप से सिकुड़न होता है। यह सामान्य तौर पर थोड़े समय के लिए होता है, लेकिन कुछ लोगों में ये लगातार हो सकता है, और ऐसी स्थिति को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
आंखों के फड़कने का सबसे बड़ा कारण तनाव और नींद की कमी है, लेकिन इसके अलावा यह शरीर में कुछ जरूरी पोषक तत्वों की कमी का भी संकेत हो सकता है। यह शरीर का एक ‘अलार्म सिस्टम’ है, जो हमें बता रहा है कि हमारे लाइफस्टाइल या डाइट में कुछ गड़बड़ है। इन संकेतों को समझना और उनका सही इलाज करना बहुत जरूरी है, इसलिए इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
मैग्नीशियम की कमी | Eye Twitching Reason
आंखों के फड़कने का एक सबसे बड़ा कारण शरीर में मैग्नीशियम की कमी है। मैग्नीशियम एक महत्वपूर्ण खनिज है जो हमारी मांसपेशियों और तंत्रिकाओं के सही काम के लिए जरूरी है। जब शरीर में मैग्नीशियम का स्तर कम होता है, तो मांसपेशियां और तंत्रिका कोशिकाएं अति-सक्रिय हो जाती हैं, जिससे आंखों की पलकें फड़कने लगती हैं।
पोटैशियम की कमी | Eye Twitching Reason
मैग्नीशियम की तरह ही पोटैशियम भी एक आवश्यक इलेक्ट्रोलाइट है जो मांसपेशियों के संकुचन और तंत्रिका संकेतों को नियंत्रित करने में मदद करता है। शरीर में पोटैशियम की कमी से भी मांसपेशियों में अनियंत्रित ऐंठन हो सकती है, जिसका असर आंखों की पलकों पर भी दिख सकता है।
विटामिन बी12 की कमी | Eye Twitching Reason
विटामिन बी12 हमारे तंत्रिका तंत्र के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसकी कमी से तंत्रिका कोशिकाओं को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे मांसपेशियों में ऐंठन और आंखों के फड़कने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह कमी अक्सर शाकाहारी लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है।
तनाव और नींद की कमी | Eye Twitching Reason
अगर आपकी आंखें बिना किसी पोषक तत्व की कमी के फड़क रही हैं, तो इसका सबसे बड़ा कारण लगातार तनाव और पर्याप्त नींद की कमी हो सकता है। तनाव और थकान से शरीर में कोर्टिसोल का लेवल बढ़ता है, जिससे तंत्रिका तंत्र उत्तेजित हो जाता है और आंखों की मांसपेशियां ज्यादा संवेदनशील हो जाती हैं।
लंबे समय तक स्क्रीन देखना भी समस्या | Eye Twitching Reason
लंबे समय तक स्क्रीन के सामने काम करने से भी आंखों के फड़कने की समस्या हो सकती है। जब हम कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल पर लगातार देखते रहते हैं, तो आंखों पर तनाव बढ़ता है। इससे आंखें थक जाती हैं और पलकों की मांसपेशियां अनैच्छिक रूप से सिकुड़ने लगती हैं। ऐसे में आप हर 20 मिनट बाद, 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर रखी किसी चीज को देखें। इससे आंखों को आराम मिलता है। इसके अलावा स्क्रीन की ब्राइटनेस को एडजस्ट करें और अपनी आंखों को बार-बार झपकाते रहें ताकि वे नम रहें।