Eyes Care: आंखों की दवा से अब नहीं चाहिए चश्मा!
नई खोज: आंखों की बूंदें जो एक घंटे में निकट दृष्टि ठीक करती हैं



Eyes Care: वैज्ञानिकों ने एक बहुत बड़ी खोज की है जो आंखों की देखभाल को बदल सकती है। यूरोपीय आंख डॉक्टरों की 2025 की सभा में, शोधकर्ताओं ने ऐसी आंखों की बूंदों के बारे में बताया जो लाखों लोगों को पढ़ने के चश्मे और ऑपरेशन से मुक्ति दिला सकती हैं।
अध्ययन की मुख्य बात
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766 मरीजों पर परीक्षण किया गया जिन्हें प्रेसबायोपिया (उम्र के साथ पास की चीजें न दिखना) की समस्या थी
परिणाम
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– एक घंटे में ही मरीज आंखों के चार्ट पर 2-3 लाइन ज्यादा पढ़ सकते थे
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– यह फायदा 2 साल तक रहा
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– 80% से ज्यादा मरीजों का निकट दृष्टि एक साल बाद भी ठीक रहा
दवा में क्या है?
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इन आंखों की बूंदों में दो मुख्य दवाइयां हैं
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पाइलोकार्पीन- (1%, 2%, या 3%) – यह आंख की पुतली को छोटा करता है और फोकस बेहतर बनाता है
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डाइक्लोफेनाक – यह सूजन कम करता है और पाइलोकार्पीन से होने वाली परेशानी घटाता है
कैसे काम करती है यह दवा?
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– दिन में 2-3 बार आंखों में डालनी होती है
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– एक घंटे में असर दिखने लगता है
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– आंख की प्राकृतिक फोकस करने की क्षमता वापस आती है
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– चश्मे की जरूरत कम हो जाती है
फायदे
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-तुरंत असर: एक घंटे में सुधार दिखता है
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-लंबे समय तक फायदा: 2 साल तक असर रहता है
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-सुरक्षित: कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं
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-व्यक्तिगत इलाज: समस्या के हिसाब से दवा की मात्रा तय करते हैं
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-ऑपरेशन की जरूरत नहीं: बिना चीरा-फाड़ के इलाज
साइड इफेक्ट्स
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– 32% मरीजों को थोड़ी देर धुंधला दिखा
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– 4% को सिरदर्द या आंखों में जलन हुई
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– सभी साइड इफेक्ट्स हल्के और अस्थायी थे
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– किसी भी मरीज ने दवा बंद नहीं की
डॉक्टर क्या कहते हैं?
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डॉ. जियोवाना बेनोज़ी (अध्ययन की मुख्य शोधकर्ता) का कहना है यह उन मरीजों के लिए बहुत अच्छी खबर है जो चश्मा नहीं पहनना चाहते या जिनका ऑपरेशन नहीं हो सकता।
सावधानी
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– यह अभी तक केवल एक अस्पताल में परीक्षण हुआ है
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– और भी बड़े अध्ययन की जरूरत है
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– रात में गाड़ी चलाने में थोड़ी परेशानी हो सकती है
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– लंबे समय तक इस्तेमाल के बारे में और जानकारी चाहिए
वर्तमान स्थिति
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अभी अमेरिका में पाइलोकार्पीन की अन्य दवाएं मिलती हैं:
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– व्यूइटी (2021 में मंजूर)
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– क्लोसी (2023 में मंजूर)
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-लेकिन यह नया फॉर्मूला ज्यादा असरदार और लंबे समय तक काम करने वाला लगता है।
भविष्य की उम्मीदें
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यदि यह दवा सफल होती है, तो दुनिया भर के 180 करोड़ प्रेसबायोपिया के मरीजों के लिए यह एक क्रांतिकारी इलाज हो सकता है। चश्मे की जगह बस रोज कुछ बूंदें डालकर साफ दिख सकता है!






