खूबसूरती के लिए ब्रेस्ट से लेकर हेयर ट्रांसप्लांट तक, ये कितना सेफ और कितना खतरनाक?

आजकल खूबसूरत दिखना हो या फिर जिंदगी बचानी हो, इसके लिए सर्जरी बेहद आम हो चुकी है। ब्रेस्ट सर्जरी (Breast Surgery) से लेकर सिर के बालों, लंग्स और किडनी समेत विभिन्न अंगों के लिए ट्रांसप्लांट की फैसिलिटी मौजूद है। हाल ही में कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट प्रकिया के दौरान दो इंजीनियर्स की मौत ने झकझोर दिया। इसके बाद एक बार फिर सवाल उठने लगा है कि इस तरह की सर्जरी कितनी सेफ है और ट्रांसप्लांट के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
क्या हैं ट्रांसप्लांट और कॉस्मेटिक सर्जरी? (What are transplant and cosmetic surgery?)
ट्रांसप्लांट सर्जरी में किसी व्यक्ति के शरीर से किसी अंग, ऊतक (टिश्यू), या कोशिकाओं को निकालकर उसी व्यक्ति के शरीर के किसी अन्य हिस्से में या किसी अन्य व्यक्ति के शरीर में प्रत्यारोपित किया जाता है। यह सर्जरी तब की जाती है, जब कोई अंग या ऊतक बीमारी, चोट या खराबी के कारण ठीक न हो सके या काम करना बंद कर दे। हृदय, फेफड़े, लिवर, किडनी, कॉर्निया, हड्डी, त्वचा, हार्ट, हेयर और स्टेम सेल आदि का ट्रांसप्लांट किया जाता है।
वहीं, कॉस्मेटिक सर्जरी का मकसद शरीर के किसी हिस्से की बनावट या सौंदर्य को बेहतर बनाना है। यह चेहरे, बाल, गाल, ठुड्डी या ब्रेस्ट जैसे हिस्सों पर की जाती है। ट्रांसप्लांट का मकसद अंग को कार्यक्षम बनाना या पुनर्निर्माण करना है तो कॉस्मेटिक सर्जरी का फोकस खूबसूरती बढ़ाने पर होता है।

कितनी तरह की होती हैं सर्जरी? (How many types of surgery are there?)
ऑर्गन ट्रांसप्लांट सर्जरी- हृदय, फेफड़े, लीवर, किडनी, अग्न्याशय (पैनक्रियास), आंत, कॉर्निया, हड्डी, त्वचा, हार्ट वॉल्व, लिगामेंट, बोन मैरो, स्टेम सेल आदि की होती है।
कॉस्मेटिक सर्जरी- फेसलिफ्ट, हेयर ट्रांसप्लांट, गाल, ठुड्डी, ब्रेस्ट आदि की होती है।
सर्जरी के लिए इन बातों का रखें ध्यान (Keep these things in mind for surgery)
क्वालिफाइड डॉक्टर का चयन- चाहे ऑर्गन ट्रांसप्लांट हो या कॉस्मेटिक सर्जरी, हमेशा अनुभवी और प्रमाणित डॉक्टर से परामर्श लें। क्लिनिक की विश्वसनीयता और सुविधाओं की जांच करें।
दवाओं का नियमित सेवन- ट्रांसप्लांट के बाद इम्यूनोसप्रेसेंट दवाएं दी जाती हैं, जो शरीर को नए अंग को अस्वीकार करने से रोकती हैं। कॉस्मेटिक सर्जरी के बाद एंटीबायोटिक्स और दर्द निवारक दवाएं दी जाती हैं। डॉक्टर के निर्देशों का सख्ती से पालन करें।
संक्रमण से बचाव- स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। घाव की नियमित ड्रेसिंग करें, संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाएं और डॉक्टर के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
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उचित डाइट प्लान- सर्जरी के प्रकार के अनुसार डॉक्टर द्वारा सुझाया गया आहार लें। प्रोटीन युक्त भोजन रिकवरी में मदद करता है, जबकि कच्चे खाद्य पदार्थों और मीठे पेय से परहेज करें।
व्यायाम और गतिविधियां- डॉक्टर की सलाह के अनुसार हल्की एक्टिविटीज और व्यायाम करें। यह रिकवरी में मददगार हो सकता है।
लाइफस्टाइल में बदलाव- धूम्रपान और शराब का सेवन ट्रांसप्लांट किए गए अंग को नुकसान पहुंचा सकता है, इनसे बचें।