पुणे के लोगों को अपना शिकार बना रहा Guillain Barre Syndrome, जानें क्या है ये और इसके लक्षण?

देश में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) का संकट अभी टला भी नहीं था कि महाराष्ट्र के पुणे में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (Guillain Barre Syndrome यानी GBS) आफत बन गया है। अब तक इस बीमारी की चपेट में 26 लोग आ चुके हैं। शहर के तीन अलग-अलग अस्पताल में इसके मरीज पाए गए हैं। इस पेशेंट्स में गंभीर दस्त, बुखार और शरीर में ज्यादा दर्द जैसी समस्याएं नजर आ रही हैं। इसकी वजह से पैरों में ताकत तक की कमी आ रही है। GBS के मामले सामने आने के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है। यहां लोगों से अपील की जा रही है कि बिना घबराएं अपना इलाज करवाएं, सतर्क रहें और इस बीमारी को हल्के में न लें।
नागरिक स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख डॉ. नीना बोराडे ने बताया कि हमने विस्तृत जांच शुरू कर दी है और एक विशेषज्ञ पैनल का गठन किया है। संदिग्ध मामलों के सैंपल आगे की जांच के लिए आईसीएमआर-एनआईवी को भी भेजे हैं। यह बच्चों और युवाओं दोनों आयु वर्ग को हो सकता है। अधिकांश संदिग्ध मरीजों की उम्र 12 से 30 वर्ष की बीच है। हालांकि 59 वर्षीय एक मरीज का मामला भी सामने आया है। ऐसे में हमें भी जान लेना चाहिए कि आखिर गुइलेन-बैरे सिंड्रोम होता क्या है? और इसके लक्षण व खतरे क्या-क्या हैं?

क्या है गुइलेन-बैरे सिंड्रोम? (What is Guillain Barre Syndrome?)
यह एक दुर्लभ बीमारी है। इसमें शरीर का इम्यून सिस्टम नसों पर ही हमला करने लगता है। इसका सीधा असर मांसपेशियों पर पड़ता है और कमजोरी महसूस होने लगती है। कुछ मामलों में हाथ-पैर भी सुन्न हो जाते हैं और गंभीर स्थिति में लकवा भी लग सकता है। इस सिंड्रोम की खोज सन् 1916 में ही हो चुकी थी। फ्रांसीसी न्यूरोलॉजिस्ट जॉर्जेस गुइलेन और जीन अलेक्जेंडर बर्रे (French neurologists Georges Guillain and Jean Alexandre Barre) ने पहली बार इसका पता लगाया था। यह एक तरह से ऑटो इम्यून डिजीज है।
गुइलेन-बैरे सिंड्रोम होने के कारण (Reason of Guillain Barre Syndrome)
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, इसका अभी भी कोई निश्चित जवाब नहीं है कि अचानक से यह बीमारी या सिंड्रोम कैसे हो जाती है। मगर, अक्सर देखा गया है कि वायरल, बैक्टीरियल इंफेक्शन या कभी-कभी वैक्सीनेशन या किसी बड़ी सर्जरी के बाद ये बीमारी हो जाती है। इसमें इम्यून सिस्टम हाइपर रिएक्ट करता है।
यह भी पढ़ें: Kidney में पथरी हो या दूसरी बीमारी, ये उपाय करने से तेजी से मिलेगा फायदा
गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के लक्षण (Symptoms of Guillain Barre Syndrome)
अचानक से कमजोरी महसूस होना।
हाथ-पैर सुन्न होना।
पैरों में ताकत न रहना या चलने-फिरने में दिक्कत।
लकवा भी हो सकता है।

कैसे पता चलेगा GBS है या नहीं?
गुइलेन-बैरी सिंड्रोम है या नहीं इसके लिए किसी टेस्ट की जरूरत नहीं है। सिर्फ इसके लक्षण (Guillain Barre Syndrome Symptoms) या आपकी सेहत पहले कैसी रही है, इस हिसाब से अनुमान लगाया जा सकता है। हालांकि, सीएसएफ फ्लूइड टेस्ट (CSF Fluid Test) या एफआरआई (MRI) से इसकी जांच की जा सकती है।