What is The Right Time To Eat Food: हमारे सेहत के लिए सही समय पर भोजन करना काफी फायदेमंद होता है। यही नहीं, इसके साथ अच्छी डाइट लेना भी बहुत जरूरी है। आयुर्वेद के अनुसार, भोजन का सही समय केवल हमारी भूख पर निर्भर नहीं करता, बल्कि हमारे शरीर की जैविक घड़ी (बॉडी क्लॉक) पर भी असर डालता है। सही समय पर सही प्रकार का भोजन करने से न केवल सेहत में सुधार होता है, बल्कि यह पूरे दिन शरीर को ऊर्जावान भी बनाए रखता है। आइए जानते हैं कि आयुर्वेद के अनुसार भोजन का सही समय क्या होना चाहिए।
नाश्ता (सुबह 7-9 बजे) | What is The Right Time To Eat Food
- सुबह के समय पाचन अग्नि (डाइजेस्टिव फायर) धीमी होती है, इसलिए नाश्ता हल्का और पोषक तत्वों से भरपूर होना चाहिए। इसमें ताजे फल, सूखे मेवे, दलिया या घी से बना हल्का भोजन शामिल करना फायदेमंद रहेगा। बहुत भारी, तला-भुना या ठंडा भोजन खाने से बचें।

दोपहर का भोजन (12-2 बजे) | What is The Right Time To Eat Food
- आयुर्वेद के अनुसार, इस समय पाचन अग्नि सबसे तेज होती है, जिससे शरीर पोषक तत्वों को अच्छे से अवशोषित कर सकता है। इसलिए, दोपहर के भोजन में दाल, चावल, रोटी, सब्जियाँ और देसी घी जैसी संतुलित चीजें शामिल करें। प्रोसेस्ड फूड और अत्यधिक तला-भुना खाने परहेज करें।

शाम का नाश्ता (4-6 बजे) | What is The Right Time To Eat Food
- शाम के समय हल्का नाश्ता करने से रात के खाने से पहले अत्यधिक भूख नहीं लगती और पाचन बेहतर रहता है। इस समय फल, भुने हुए मखाने, सूखे मेवे या हर्बल चाय लेना अच्छा रहता है। पैकेज्ड स्नैक्स, बहुत मीठी या तली हुई चीजें नहीं खानी चाहिए।

रात का भोजन (7-8 बजे) | What is The Right Time To Eat Food
- आयुर्वेद के अनुसार, रात के समय पाचन शक्ति धीमी हो जाती है, इसलिए देर रात भारी भोजन करने से पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। रात के खाने में दाल, हल्की सब्जियां, खिचड़ी या सूप लेना बेहतर होता है। अधिक मसालेदार, भारी और ठंडा भोजन नहीं खाना चाहिए।

सोने से पहले (9-10 बजे) | What is The Right Time To Eat Food
- अगर सोने से पहले हल्की भूख महसूस हो, तो गर्म हल्दी दूध, हर्बल टी या गुनगुना पानी लेना अच्छा विकल्प हो सकता है।
