टेलीविजन इंडस्ट्री के अभिनेता विकास सेठी का हार्ट अटैक की वजह से अचानक निधन हो गया। इस बारे में जब उनकी पत्नी से मीडिया ने बातचीत की गई तो पता चला कि विकास सेठी की तबीयत एक दिन पहले से ही बिगड़ी हुई थी। उनको उल्टी और दस्त की समस्या थी और डिहाइड्रेशन के कारण वह काफी ज्यादा परेशान थे। टीवी सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के अभिनेता की पत्नी जाह्नवी सेठी के मुताबिक, उन्हें उल्टी और दस्त की समस्या थी, जिस वजह से वह अस्पताल नहीं जाना चाहते थे और हमने डॉक्टर से घर आने के लिए कहा।
कार्डियक अरेस्ट आने से पहले के लक्षण (Symptoms before Cardiac Arrest)
कार्डियक अरेस्ट एक गंभीर स्वास्थ्य जटिलता है, जो कुछ मामलों में घातक भी हो सकती है। ऐसे में शुरुआती चेतावनी संकेतों और लक्षणों को पहचानना जरूरी है। इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के अनुसार, वॉकहार्ट हॉस्पिटल्स मीरा रोड के कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर आनंद राम ने बताया कि मतली और उल्टी जैसी सनसनी व लंबे समय तक दस्त जैसे लक्षण चेतावनी संकेत हो सकते हैं कि आपका दिल ठीक से काम नहीं कर रहा है।
डॉक्टर राम ने जोर देकर कहा कि उल्टी और दस्त जैसे लक्षण कभी-कभी सामान्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं से कहीं अधिक हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसमें सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, मतली, बेचैनी, ठंडा पसीना, थकान, घुटन महसूस होना, अचानक गिरना और बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
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सीने में होता है दर्द
हैदराबाद के अपोलो हॉस्पिटल्स के कंसल्टेंट न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर सुधीर कुमार ने बताया कि हार्ट अटैक (Myocardial Infarction) का क्लासिकल लक्षण सीने में दर्द है। हालांकि, उन्होंने बताया कि हार्ट अटैक के 8-33 प्रतिशत मामलों में सीने में दर्द नहीं होता है। डॉक्टर्स के अनुसार, अभिनेता विकास के मामले में उन्हें नींद के दौरान कार्डियक अरेस्ट होने की संभावना थी। हार्ट अटैक में पेट में दर्द, मतली, उल्टी और ढीले मल जैसे लक्षण हो सकते हैं, जो गैस्ट्रोएंटेराइटिस या एसिड पेप्टिक रोग जैसी बीमारियों की नकल करते हैं। ये लक्षण दाएं कोरोनरी धमनी के ब्लॉकेज के कारण होने वाले इंफीरियर मायोकार्डियल इंफार्क्शन में अधिक आम हैं।
American Heart Association की ओर से सर्कुलेशन जर्नल में अप्रैल, 2016 में पब्लिश रिपोर्ट के अनुसार, इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि हार्ट फेलियर में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम और लिवर की भागीदारी स्वतंत्र रूप से खराब परिणाम से जुड़ी हुई है। इसमें कहा गया है कि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षणों के नैदानिक और पैथोफिजियोलॉजिकल महत्व को पहचानना हार्ट फेलियर के संकेत हो सकते हैं।