ह्रदय रोगियों को इन बातों का रखना होगा ध्यान, कभी भी नहीं होंगे परेशान

Heart Disease Myths and Facts: दुनियाभर में तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य समस्या हृदय रोग है जो हर साल लाखों लोगों की मौत का कारण बनती है। डेथमीटर के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि अकेले साल 2024 में विश्वभर में एक करोड़ से अधिक लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जिस तरह से लोगों की दिनचर्या और आहार की दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं, हृदय रोगों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। इससे बचाव को लेकर सभी लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है। आज के समय में अनियमित दिनचर्या, असंतुलित आहार और व्यायाम की कमी हृदय रोगों का प्रमुख कारण बनते जा रहे हैं। खान-पान में गड़बड़ी जैसे फास्ट फूड, अधिक वसा और चीनी-नमक का सेवन भी हृदय पर अतिरिक्त दबाव बढ़ाते जा रहे हैं। अधिक नमक को ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाला माना जाता है इससे हृदय रोगों का जोखिम काफी बढ़ जाता है।
शारीरिक सक्रियता कम होना है प्रमुख कारण | Heart Disease Myths and Facts
डॉक्टर बताते हैं, हम में से अधिकतर लोग ज्यादा देर तक बैठकर काम करते रहते हैं, जिससे शारीरिक सक्रियता कम हो जाती है। यह एक बड़ी स्वास्थ्य चुनौती है इससे न सिर्फ हृदय रोग बढ़ रहे हैं साथ ही कई प्रकार की अन्य क्रोनिक बीमारियों का भी जोखिम हो सकता है। चूंकि 20 से कम आयु वालों में भी ये बीमारी हो रही है इसलिए कम उम्र से ही हृदय को स्वस्थ रखने के लिए प्रयास करते रहना आवश्यक है। हृदय रोगों के लक्षण, जोखिम कारक, और बचाव के उपायों के प्रति जागरूकता की कमी भी एक चुनौती है। डॉक्टर्स कहते हैं, हृदय रोगों के बारे में कई ऐसी गलत जानकारियां भी फैली हुई हैं जिन्हें अधिकतर लोग सच मानते आ रहे हैं। आइए हृदय रोगों से जुड़े कुछ मिथ्स और फैक्ट्स के बारे में जानते हैं।
... तो आपको सावधान हो जाना चाहिए | Heart Disease Myths and Facts
हृदय रोगों से बचाव के बारे में सभी लोगों को जानना और इससे बचाव के लिए प्रयास करते रहना आवश्यक है। हार्ट अटैक जैसी स्थितियों में सीने में दर्द होने को प्रमुख लक्षण माना जाता है हालांकि हृदय रोगों में हमेशा सीने में दर्द प्रकट नहीं होते। कई बार इसके लक्षण अन्य अंगों में महसूस हो सकते हैं या बिल्कुल भी स्पष्ट नहीं होते। अगर आपको अक्सर सांस लेने में दिक्कत, थकान, पीठ या जबड़े में दर्द या मतली जैसी समस्या होती है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए।

युवाओं में भी बढ़ रहा ह्रदय रोग का खतरा| Heart Disease Myths and Facts
यह धारणा गलत है कि हृदय रोग केवल बुजुर्गों में होता है। आधुनिक जीवनशैली के कारण युवा पीढ़ी में भी हृदय रोग के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, तनावपूर्ण जीवनशैली, अस्वास्थ्यकर आहार, शारीरिक निष्क्रियता और धूम्रपान-शरीब जैसी आदतें हृदय रोगों का खतरा बढ़ाने वाली हो सकती हैं। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ कम उम्र से हृदय की सेहत का ध्यान देते रहने की सलाह देते हैं।
महिलाओं और पुरुषों दोनों में ह्रदय रोग का खतरा | Heart Disease Myths and Facts
हृदय रोग का खतरा महिलाओं और पुरुषों दोनों में समान होता है, लेकिन महिलाओं में लक्षण अलग हो सकते हैं, जिससे उन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है। महिलाओं में हृदय रोगों के कारण चक्कर आने, पेट में दर्द, हल्की थकावट की भी दिक्कत हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं रजोनिवृत्ति (मेनोपॉज) के बाद हार्मोनल बदलावों के कारण महिलाओं में हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। महिला हो या पुरुष, बच्चे हों या बुजुर्ग सभी लोगों में हृदय रोगों का खतरा हो सकता है और इससे बचाव के लिए उपाय करते रहना जरूरी है।
